ईशनिंदा के आरोप से बरी हो चुकी पाकिस्तान की ईसाई महिला आसिया बीबी ने बीबीसी से बातचीत में कहा कि उन्हें हमेशा यक़ीन था कि वो रिहा होंगी.
फ़िलहाल आसिया बीबी कनाडा में रह रही हैं. उन्हें उम्मीद है कि वो कभी न कभी पाकिस्तान लौट सकेंगी.
उन्होंने फ़्रांसीसी पत्रकार ऐन इसाबेल टूलिट के साथ मिलकर जेल में बिताए अनुभवों के आधार पर एक संस्मरण लिखा है, जिसका नाम है: ऑफ़िन लिब्रे (आख़िरकार आज़ादी).
इस संस्मरण में उन्होंने बताया है कि जेल में सुरक्षाकर्मी उनके साथ कैसा बर्बर बर्ताव करते थे.
आसिया याद करती हैं कि कैसे एक बार उनके गले में एक चेन बांधकर घसीटा गया.
Source: BBC Hindi News