शिमला। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपनी सरकार के तीन वर्ष पूरा होने पर पत्रकार वार्ता में कहा कि प्रदेश के भीतर ऐसा पहली मर्तबा हुआ है कि राजनीतिक प्रतिशोध की बात को बीजेपी सरकार ने खत्म कर दिया। इससे पहले सत्तापक्ष व विपक्ष आपस में ही उलझते रहते थे, जिससे विकास कार्य प्रभावित होते थे। उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद सरकार ने प्रदेश पर वित्तीय संकट को हावी नहीं होने दिया। सीएम जयराम ने कहा कि संकट के दौर में विपक्षी कांग्रेस ने केवल आलोचना करने का ही काम किया, लेकिन हमने विकास कार्य रुकने नहीं दिए।
संकट के इस दौर में प्रदेश के लोगों के स्वास्थ्य की जहां रक्षा की, वहीं विकास कार्यों को रफ्तार प्रदान की है जिसका प्रमाण है कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 200 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं के शिलान्यास किए और आधारशिला रखी। जयराम ठाकुर ने बीजेपी सरकार (BJP Govt) के तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोरोना (Corona) काल केवल हिमाचल प्रदेश के लिए इन्हीं नहीं था, बल्कि पूरे देश और पूरी विश्व की मानवता के लिए संकट का दौर था, लेकिन हमने उसमें भी किसी भी कार्य को बाधित नहीं होने दिया।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री पर बोला हमला
अगर कोरोना के दौर में कांग्रेस की सरकारें होंती तो लूट का बाजार चारों तरफ होता, लेकिन कांग्रेस की सरकार नहीं है, इसलिए इन लोगों ने पार्टी को ही लूटने की योजना बना ली। फर्जी पीपीई किट, सैनिटाइजर के बिल पार्टी हाई कमान को भेजें गए, जो लोग पार्टी को लूट सकते हैं, वह प्रदेश को लूटने में भी पीछे नहीं रहते। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री पर हमला बोलता हुए कहा कि शब्दों का चयन करने में नेता प्रतिपक्ष को बड़ी दिक्कत आ रही है। भाषा को सुधारने की आवश्यकता है, लेकिन इसमें उनकी भी गलती नहीं है, क्योंकि जो सीखा है वही वो कर और कह रहे हैं। 400 करोड़ की परियोजनाओं का हरोली विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी सरकार ने काम किया है, जबकि मंत्री रहते उनके विधानसभा क्षेत्र में उन्होंने काम नहीं किया है। लोकसभा चुनाव में 15 हजार वोट की लीड हरोली विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी को मिली है, इसलिए नेता प्रतिपक्ष कुछ बोलने से पहले जमीन नीचे है या नहीं है, यह भी देख लें, केवल आरोप लगाने का ही काम ना करें।
पीएम मोदी और जेपी नड्डा का जताया आभार
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार का तीन साल का कार्यकाल पूरा हुआ है, जिसके लिए वह पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश की जनता का आभार व्यक्त करते हैं। प्रदेश सरकार का तीन साल का बेहतरीन कार्यकाल रहा है, लेकिन काम करने के दो वर्ष ही मिल पाए हैं क्योंकि कोरोना महामारी के कारण एक साल का कार्यकाल बाधित रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी विकास कार्यों को रुकने नहीं दिया गया। कोरोना काल में प्रदेश की जनता ने सरकार का पूरा सहयोग दिया गया, जिसके लिए जनता का सीएम ने धन्यवाद व्यक्त किया। सीएम ने कहा कि जब सरकार बनी तो उन्होंने बदले की भावना से काम नहीं किया, बल्कि बुजुर्गों को सम्मान देते हुए 70 साल आयु के ऊपर के वृद्धजनों के लिए पहली कैबिनेट में पेंशन का प्रावधान किया। जबकि इससे पहले जो भी सरकारें आईं वे पिछली सरकार के निर्णय को बदलने का काम करते थे, उस संस्कृति को खत्म किया। इसके बाद लोगों की शिकायत को सुनने के लिए सरकार ने एक नई पहल की और जनमंच कार्यक्रम का आगाज किया। पूर्व कांग्रेस सरकार विजन की बात करती है, लेकिन खुद के 5 साल के कार्यकाल में एक भी ऐसी योजना नहीं है।
बेसहारा लोगों को सहारा देने को सहारा योजना की शुरू
आयुष्मान भारत केंद्र सरकार की जनता को एक महत्वपूर्ण योजना है। 30 लाख लोग इसमें कवर हुई, जो बचे उनके लिए मुख्यमंत्री हिम केयर योजना की शुरूआत की गई, जिसमें 1 लाख 25 हजार लोगों को हिम केयर योजना का फायदा हो गया है और 121 करोड़ खर्च किए गए हैं। बेसहारा लोगों को सहारा देने को सहारा योजना की शुरूआत की गई, जिसमें 11 हजार से ज्यादा लोगों को 3 हजार प्रति महीना डालने शुरू किया है और 13 करोड़ खर्च किए गए हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री राहत कोष से सरकार जरूरमंदों की मदद कर रही है, लेकिन इसके अतिरिक्त सरकार ने मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से 8 करोड़ रुपये की मदद जरूरमंदों की गई है।
मुख्यमंत्री गृहणी योजना का माताओं और बहनों को फायदा हो रहा है। प्रदेश में मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना योजना की शुरुआत की गई, क्योंकि सभी लोगों को सरकारी नौकरी मिलना मुश्किल है, इसलिए लोग स्वरोजगार को अपनाए उसके लिए मुख्यमंत्री स्वाबलंबन योजना की शुरू की गई। सरकार ने प्रदेश में इन्वेस्टमेंट लाने के लिए धर्मशाला में ग्लोबल इंवेस्टर्स मीट की, जिसमें 96 हजार करोड़ एक एमओयू साइन हुए। एक महीने के अंदर ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की गई, जिसमें से 10 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट जमीन पर काम करने शुरू हो गए हैं और आने वाले एक दो महीनों में 10 हजार करोड़ रुपये की ग्राउंड ब्रेकिंग की जाएगी।
सरकार ने बिना किसी भेदभाव के हर विधानसभा क्षेत्र में विकास करवाया
विपक्ष कह रहा है कि सरकार ने कुछ नहीं किया है, लेकिन सरकार ने 672 परियोजना के शिलान्यास और उद्घाटन कोरोना काल में किए हैं, जिसमें 20 वर्चुअल और 21 एक्चुअल कार्यक्रम किए गए हैं और 3 हजार 500 करोड़ के परियोजनाओं को जनता को समर्पित किया है। शिमला ग्रामीण में भी कुछ दिन पहले ही 100 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया गया है। सरकार ने बिना किसी भेदभाव के हर विधानसभा क्षेत्र में विकास के काम करवाए हैं और करवा रही है।
बल्क ड्रग पार्क से 5 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
बल्क ड्रग पार्क मिलने की संभावना प्रदेश को है। पीएम नरेंद्र मोदी से इसको लेकर आग्रह किया गया है। इस फार्मा में 10 हजार करोड़ का खर्च का अनुमान है। 70 हजार करोड़ का टर्न ओवर एक साल में आने का अनुमान है और 15 हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। इसलिए जो विपक्ष कह रहा है कि कुछ नहीं किया वह जान ले कि जो विकास सरकार ने किया है वह कांग्रेस जिंदगी भर नहीं कर सकती है। 48 हजार करोड़ का कर्ज कांग्रेस सरकार विरासत में छोड़कर गई थी और अब बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। 2020-21 में 7,870 करोड़ रुपये का कर्ज जो कांग्रेस सरकार ने लिया था उसकी अदायगी देना बाकी है, जिसमें से मार्च 2021 तक 4 हजार करोड़ रुपये की अदायगी करना बाकी है जो पूर्व सरकार में कर्ज लिया गया था। सरकार कर्ज की अदायगी कर रही है, जो कांग्रेस सरकार ने लिया था। कांग्रेस अपने समय में कर्ज लेकर घी पीने का काम किया, जबकि उनके समय में कोई विकास कार्य नहीं हुआ और ना ही उस समय कोरोना जैसी महामारी थी। इसलिए विपक्ष केवल झूठी बयानबाजी ना करें। प्रदेश सरकार ने 4 हजार करोड़ का कर्ज इस वर्तमान वित्त वर्ष में लिया है। शुरूआती वित्त वर्ष में 54 फीसदी का राजस्व घाटा था, लेकिन अब 11 फीसदी अब राजस्व घाटा रह गया है, क्योंकि आर्थिक गतिविधियों को अब गति दी गई है।