रिकांगपिओ। हेमराज बैरवा ने किन्नौर जिला के सीमावर्ती गांव कुन्नू चांरग का दौरा कर भारत तिब्बत सीमा सुरक्षा बल के जवानों का मनोबल बढ़ाया। इस दौरान उन्होंने चांरग स्थित मतदान केन्द्र का भी निरीक्षण किया। उन्होंने चांरग स्थित 1000 वर्ष से अधिक पुरानी रंगरिंक टुंगमा मोनेस्टरी में पूजा अर्चना की। उन्होंने कहा कि पुरातत्व दृष्टि से महत्वपूर्ण इस बौद्ध मंदिर के जीर्णोधार की संभावनाएं तलाशी जाएगी ताकि पुरातत्व महत्व के इस गोम्पा का बेहतर ढंग से रख-रखाव सुनिश्चित हो सके और भावी पीढ़ी अपनी समृद्ध संस्कृति से रू-ब-रू हो सके। उन्होंने ग्राम वासियों से भी अपनी समृद्ध संस्कृति के संरक्षण को समृद्ध बनाने का आग्रह किया तथा कहा कि किन्नौर जिला अपनी समृद्ध संस्कृति के लिए दिश भर में जाना जाता है।
उपायुक्त ने इस दौरान चांरग स्थित भारतीय तिब्बत सीमा सुरक्षा बल के जवानों से भेंट की और उनका मनोबल बढ़ाया। उन्होंने कहा कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवान कठिन भौगोलिक परिस्थितियों व शून्य से भी नीचे के तापमान में देश की सीमाओं की सुरक्षा करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने जवानों व स्थानीय लोगों की समस्याओं को सुना तथा आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन उनकी समस्याओं का हल करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। स्थानीय लोगों व भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवानों ने क्षेत्र में दूर-संचार नेटवर्क न होने के कारण आ रही कठिनाइओं के बारे में उपायुक्त को अवगत करवाया।
उपायुक्त ने कहा कि क्षेत्र में दूर-संचार की समस्या का मामला प्रशासन मोबाईल नेटवर्क कम्पनियों के समक्ष उठाएगी और निकट भविष्य में क्षेत्र की दूर-संचार नेटवर्क की समस्या को हल कर लिया जाएगा। उन्होंने कृषि विभाग को कुन्नू-चांरग गांव में केसर व छरमा की खेती की संभावनाए तलाशने के निर्देश दिए तथा कहा कि यदि इस क्षेत्र की जलवायु केसर व छरमा के लिए उपयुक्त है तो यहां पर व्यापक तौर पर केसर व छरमा की खेती को बढ़ावा दिया जाए ताकि क्षेत्र के लोगों की आर्थीकि को और सुदृढ़ किया जा सके।
इसके उपरान्त उपायुक्त ने टी-डौंग जल विद्युत परियोजना का भी दौरा किया तथा परियोजना से जुड़े विभिन्न मुददों पर टी-डौंग जल विद्युत प्रशासन से चर्चा की। उपायुक्त ने मुरंग स्थित तहसील का भी निरीक्षण किया