रविवार को आकर्षक पुरातन विरासती वस्तुओं व हस्तशिल्प से बनी चीजों की प्रदर्शनी का अवलोकन करने के पश्चात डॉ मार्कण्डेय ने त्रिलोकनाथ में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारम्भ किया! कार्यक्रम में महिला मण्डल त्रिलोकनाथ, हिन्सा, शकोली, बरदंग, छातिंग, मशादी, किशोरी, कुकुमसेरी, आदि की टीमों ने अपने -अपने लोक नृत्यों से सभी का मन मोह लिया। मुख्यातिथि ने कोविड योद्धायों को भी सम्मानित किया तथा सभी प्रस्तोता महिला मण्डलों को 15-15 हज़ार देने की भी घोषणा की।
इस अवसर पर टीएसी सदस्य शमशेर, एसडीएम उदयपुर राजकुमार, निदेशक उच्च शिक्षा सुरजीत राव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। मंत्री रामलाल मारकंडा ने इस अवसर पर कहा कि अगले वर्ष हर गाँव मे यह स्नो फ़ेस्टिवल मनाया जाएगा। लाहौल की संस्कृति, खान -पान सब कुछ अपने आप मे बहुत ही विशिष्ट है। गर्मियों में ट्राइबल युवा उत्सव सिस्सु से शुरू होकर पूरे लाहौल की भागीदारी से आयोजन होगा। सरकार ने साहसिक खेलों सहित पैराग्लाइडिंग के लिए नियम बनाये हैं।
पुरातन धरोहर के संरक्षण के लिए त्रिलोकीनाथ मन्दिर में एक बढ़िया म्यूज़ियम बनाया जाएगा:
स्नो फ़ेस्टिवल के माध्यम से समृद्ध ट्राइबल संस्कृति को एक मंच पर लाने व यहां के पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जा रहा है , और हर वर्ष मनाया जाएगा। डॉ रामलाल मार्कंडेय ने बताया कि सुविधाओं के अभाव में इस बार सर्दियों में पर्यटक नही पहुँच पाए। आने वाले समय मे संरचनात्मक ढांचे को विकसित किया जायेगा ताकि पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। भविष्य में ज़िप लाइनिंग, चादर-ट्रेकिंग आदि नए परियोजनाओं को भी पर्यटन के साथ जोड़ा जाएगा। पूरे लाहौल को टेलीकॉम नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। अगली सर्दियों तक लाहौल मे 24 घंटे, प्रतिदिन नल में पानी की सुविधा दी जाएगी।