पुस्तकों में अथाह ज्ञान छुपा हुआ है और पुस्तक की एक लाईन किसी भी व्यक्ति का जीवन बदल सकती है । यह विचार हिप्र हाईकोर्ट के पूर्व न्यायधीश , न्यायमूर्ति सुरेन्द्र सिंह ठाकुर ने बुधवार को राजगढ़ में युवान फाउंडेशन द्वारा खोली गई क्षेत्र की पहली लाईब्रेरी का शुभारंभ करने के उपरांत उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए ।
उन्होने कहा कि यह लाईब्रेरी राजगढ़ के शिक्षित युवाओं के लिए एक वरदान सिद्ध होगी जिसे स्थापित करने के लिए उन्होने युवान फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना की । उन्होने अपने अनुभवों को सांझा करते हुए कहा कि अतीत में ऐसी सुविधाएं नहीं हुआ करती थी जिस कारण ग्रामीण परिवेश के युवा आगे बढ़ने से वंचित रह जाते थे । उन्होने कहा कि इस लाईब्रेरी के संचालन के लिए सभी लोगों को उदारता से योगदान देना चाहिए ताकि इस पुस्तकालय में हर प्रकार की पुस्तकें पाठकों की रूचि के अनुरूप उपलब्ध हो सके । उन्होने कहा कि युवाओं में पाठन की आदत कम होती जा रही है जोकि चिंतन का विषय है । पुस्तकों के अध्ययन से मनुष्य में सकारात्मक सोच का सृजन होता है जिससे स्वस्थ समाज की नींव सुदृढ़ होती है ।
उन्होने कहा कि भारत की संस्कृति विश्व में सबसे समृद्ध है जहां पर वेदों की संरचना प्रख्यात विद्वानों और ऋषि मुनियों द्वारा की गई थी । जिसके अंग्रेजी भाषा के अनुवाद में ब्रिटिश शासकों द्वारा काफी खामियां रखी गई थी । कहा कि भारत पर जितने भी आक्रमण हुए सभी शासकों द्वारा देश की संस्कृति को नुकसान पहूंचाया गया ताकि भारत पर पूर्ण रूप से शासन किया जा सके । उन्होने लार्ड मैकाले का जिक्र करते हुए कहा कि उनके द्वारा अपनी रिपोर्ट में ब्रिटिश सरकार को अवगत करवाया गया था कि भारत की संस्कृति बहुत समृद्ध है और देश में कोई भी व्यक्ति भिखारी नहीं है। कहा कि भारत देश पर शासन करने से पहले यहां के नागरिकों में अंग्रेजी भाषा बारे रूचि बढ़ानी होगी ताकि लोग अपनी संस्कृति से विमुख हो सके । उन्होने कहा कि नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालय पूरे विश्व में सर्वश्रेष्ठ एवं ज्ञान का भंडार माने जाते थे जिन्हें विदेशी शासकों ने आग लगाकर नष्ट कर दिया गया था । उन्होने अपनी निजी निधि से पुस्तकालय के लिए 11 हजार रूपये देने की घोषणा भी की ।
जिला परिषद सदस्य सतीश ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा कि किताबें मनुष्य को अंधकार से उजाले की ओर ले जाने में अहम भूमिका निभाती है जिसके लिए हर व्यक्ति को अच्छे साहित्य का अध्ययन करना चाहिए जिससे मनुष्य की सोच में निश्चित तौर पर परिवर्तन देखने को मिलता है । उन्होने अपनी निजी निधि से लाईब्रेरी के लिए 10 हजार देने की घोषणा की । इसके अतिरिक्त उन्होने प्रति माह एक हजार की राशि एक वर्ष तक देने बारे भी कहा । ं
इससे पहले वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दीदग के प्रधानाचार्य राजेन्द्र चौहान, अधिवक्ता सुभाष ठाकुर, वरिष्ठ पत्रकार यज्ञदत शर्मा, सांई कोऑपरेटिव सोसायटी के अध्यक्ष राजकुमार सूद ने भी अपने विचार रखे । गौर रहे कि लाईब्रेरी की स्थापना के लिए राजकुमार सूद द्वारा 50 हजार की राशि प्रदान की गई थी ।
युवान फाउंडेशन के अध्यक्ष विकल्प ठाकुर ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और लाईब्रेरी की स्थापना करने के लिए दिए गए सभी महानुभावों का आभार व्यक्त किया गया।
इस मौके पर एसडीएम राजगढ़ नरेश वर्मा, अध्यक्ष नपं रूबी कक्कड़, सचिव अजय गर्ग, निर्मला ठाकुर, अंबिका ठाकुर, शेरजंग चौहान, व्यापार मंडल के अध्यक्ष अरविंद ठाकुर , नगर पंचायत के पार्षद गण सहित विभिन्न पंचायतों के प्रधान व उपप्रधान बीडीसी सदस्य मौजूद रहे ।