शिमला। हिमफेड के पेट्रोल पंपों के लिए अलग कैडर बनाने का फैसला लिया गया है। हिमफैड के अभी छह पेट्रोल पंप हैं और दस नए पंप खोले जाने प्रस्तावित हैं। मंडी मध्यस्थता योजना (एमआईएस) में बागवानों से खरीदे सेब के भुगतान के बदले बागवान तत्काल उपकरण और खाद खरीद सकते हैं।
हिमफेड के चेयरमैन गणेश दत्त की अध्यक्षता में वीरवार को निदेशक मंडल की बैठक में कई फैसले लिए गए। हिमफेड में वरिष्ठ प्रबंधक का पद प्रतिनियुक्ति से भरने का निर्णय भी लिया है। वर्तमान में इस स्तर पर अनुभव रखने वाले अधिकारी संस्था में नहीं हैं। परवाणू के प्लॉट को अब तीन लाख के बदले दस लाख रुपये प्रति माह के हिसाब से बाटलिंग प्लांट से निविदा आमंत्रित की जाएंगी।
अध्यक्ष ने बताया कि हिमफेड की शिमला के पास मल्याणा की जमीन भी संस्थान के नाम हो गई है। इसके लिए पिछले 36 साल से प्रयास किया जा रहा था। इस जमीन पर हिमफड के गोदाम भी हैं। हिमफेड अब पेट्रोलियम पदार्थ, तारकोल, सीएनजी की बिक्री की संभावनाओं की तलाश कर रहा है, ताकि संस्था का कारोबार बढ़ाया जा सके। इस बैठक में उपाध्यक्ष रमेश ठाकुर, प्रबंध निदेशक केके शर्मा मौजूद रहे।
एसजेवीएन द्वारा सतर्कता अनुपालन बढ़ाने हेतु सीपीएसयू में सर्वोत्तम प्रथाओं पर दो दिवसीय सतर्कता संगोष्ठी का आयोजन
शिमला। एसजेवीएन ‘उत्कृष्ट सतर्कता अनुपालन हेतु केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में सर्वोत्तम प्रथाओं’ पर दो दिवसीय सतर्कता संगोष्ठी का आयोजन दिनांक 21-22 नवंबर, 2024 तक धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश में कर रहा है। आज…