शिमला। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज शिमला से जारी एक प्रेस वक्तव्य में कहा है कि राज्य सरकार कोविड-19 के लिए टीकाकरण के अगले चरण को सफल बनाने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण कार्यक्रम की विस्तारपूर्वक योजना तैयार की जाएगी और तय समय में इसकी घोषणा की जाएगी ताकि स्लाॅट उपलब्ध हो सकें और लोगों का सुचारू एवं अनुशासित तरीके से टीकाकरण हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश के राज्यों को वैक्सीन खरीदने और योजना बनाने की स्वतंत्रता प्रदान की है इसलिए हिमाचल सरकार इस कार्यक्रम को और आगे ले जाने और स्वास्थ्य संकट का समाधान करने के लिए पूरी जिम्मेदारी के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सामान्य रूप से पूरा विश्व और विशेष रूप से हमारा देश स्वास्थ्य संकट के एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं। सरकार स्वास्थ्य संरचना और इस सामाजिक चुनौती से निपटने के लिए पूर्णतया प्रयासरत है। भारत जैसे विशाल देश जहां बहुत घनी आबादी वाले क्षेत्र हैं, वहां वायरस को फैलने से रोकना अत्यन्त ही कठिन कार्य था। फिर भी कोरोना की पहली लहर से हमारे यहां ज्यादा क्षति नहीं पहुंची लेकिन दूसरी लहर हमारे धैर्य की परीक्षा ले रही है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि अस्पताल में बिस्तरों, आॅक्सीजन व चिकित्सा उपकरणों की मांग पूरा करने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन हमें इस दिशा में और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। वैक्सीन व टीकाकरण कोविड महामारी से निपटने में महत्वपूर्ण है। हम सौभाग्यशाली रहे हैं कि देश में वैज्ञानिक समुदाय, फार्मास्युटिकल उद्योग के प्रयासों के कारण और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में दो घरेलू वैक्सीन तैयार हुई हैं। हमने टीकाकरण के तीन चरण अब तक पूरे कर दिए हैं। एक स्वास्थ्यकर्मियों के लिए, दूसरा अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के लिए तथा तीसरा 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगांे के लिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को 1919710 लाख वैक्सीन की डोज तीन चरण के लिए प्राप्त हुई है। प्रदेश में अब तक 1665781 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। हमारे पास टीकाकरण के लिए अभी भी 255610 लाख वैक्सीन की डोज शेष हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों और 45 वर्ष से ऊपर की आयु वर्ग वाले लोगों की टीकाकरण अभियान में शामिल होने के लिए सराहना की जानी चाहिए। पूरी प्रक्रिया को अच्छी तरह से नियोजित व निष्पादित किया गया है और लोगों ने पूरी तरह सहयोग किया है जिसके कारण यह चेन टूटी नहीं।
उन्होंने कहा कि अब चैथे चरण में जनसंख्या के बड़े समूह का टीकाकरण किया जाएगा। वैक्सीन के चयन और टीकाकरण की योजना में स्वतंत्रता देने के लिए पिछले तीन महीनों में देश के कई मुख्यमंत्रियों की मांग के कारण केन्द्र ने खरीद और कार्यान्वयन योजना के लिए इस चरण में छूट दी है। अब वैक्सीन की खरीद और बड़ी आबादी के सफल टीकाकरण की योजना बनाना राज्य का कत्र्तव्य है तथा ये दोनों गतिविधियां चरणबद्ध होंगी। फार्मास्युटिकल कम्पनियां अपनी क्षमताओं का विस्तार करने की प्रक्रिया में हैं। तीसरे टीक को भी जल्द ही लाया जाएगा। कई राज्यों ने कम्पनी को आर्डर दे दिया गया है और वैक्सीन प्राप्त होते ही टीकाकरण को और गति मिलेगी।