शिमला। संसाधनों के संवर्द्धन और उनके उपयुक्त सदुपयोग को सुनिश्चित बनाने के लिए हाल ही में गठित चार समितियों के साथ वार्तालाप करने के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि इन सभी समितियों को और प्रतिबद्धता, समन्वय तथा समर्पण भाव के साथ कार्य करना चाहिए ताकि प्रदेश मंे कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने में सफलता प्राप्त की जा सके।
मुख्यमंत्री ने लाॅजिस्टिक समिति को सभी स्वास्थ्य संस्थानों में आवश्यकता के अनुसार आॅक्सीजन की उपलब्धता की प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करने के साथ-साथ समय पर आॅक्सीजन सिलेण्डरों के आॅर्डर देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समिति अन्तर जिला व अन्तर संस्थान दोनों जगह आवश्यकता व मरीजों की संख्या के अनुसार आॅक्सीजन सिलेण्डरों को समय पर भेजने का निर्णय भी ले। समिति यह भी सुनिश्चित करे की पीएसए प्लांट तुरन्त कार्यशील बनाए जाएं। उन्होंने कहा कि विभिन्न स्तरों पर अतिरिक्त बिस्तर क्षमता को सृजित करने के लिए प्रभावी योजना बनाई जाए।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में आॅक्सीजन के उत्पादन में वृद्धि लाने के साथ नए आॅक्सीजन प्लांट के कार्य में तेजी लाने के प्रयास किए जाएं। सभी आॅक्सीजन प्लांट में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए ताकि उत्पादन प्रक्रिया सरल बनाई जा सके। उन्होंने कहा कि मृत्यु दर को कम करने के लिए होम आइसोलेशन में रह रहे रोगियों को शीघ्र अस्पताल में दाखिल किया जाए।
मुख्यमंत्री ने काॅरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व समिति को प्रदेश के काॅरपोरेट घरानों को एचपी एसडीएमए कोविड-19 निधि में उदारता से योगदान देने तथा इस महामारी से लड़ने में प्रदेश की सहायता करने में योगदान करने के प्रति प्रेरित के लिए कहा। उन्होंने कहा कि समिति सभी सम्भावित योगदान दाताओं तथा औद्योगिक संघों के साथ निधि में उदारता से योगदान देने के लिए समन्वय स्थापित करे। प्रदेश में सभी स्वास्थ्य संस्थानों के साथ प्रभावी सम्पर्क बनाए जाएं ताकि संसाधनों के उपयोग और उन्हें जुटाने में आने वाली समस्याओं का पता लगाया जा सके तथा दान की गई वस्तुओं को उचित उद्देश्य के लिए प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों तक पहुंचाया जा सके।
जय राम ठाकुर ने मीडिया/आईईसी समिति को अद्यतन डाटा तथा सही जानकारी प्रभावी रूप से मीडिया को प्रदान करने के साथ-साथ सभी स्तर पर जानकारी उपलब्ध करवाने में आने वाली कमियों को दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मीडिया को समय पर जानकारी प्रदान की जाए ताकि उन्हें वास्तविक स्थिति से अवगत करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि मीडिया को समय पर वांछित जानकारी प्रदान करने के प्रयास किए जाएं, जिसके लिए समिति द्वारा नियमित तौर पर जानकारी उपलब्ध करवाई जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 मरीज एवं एम्बुलैंस प्रबन्धन समिति कोविड के मरीजों को अस्पतालों तक पहुंचाने तथा वापिस घर लाने के लिए सुचारू यातायात सुविधा सुनिश्चित करे। मरीजों की उचित अंतर जिला आवाजाही को सुनिश्चित करने के लिए निजी वाहनों का भी उपयोग किया जा सकता है जिसमें मरीज तथा चालक को पारदर्शी शील्ड के उपयोग से अलग-अलग रखा जा सकता है। उन्होंने समिति को निर्देश दिए कि मरीजों के लक्षणों का विश्लेषण करने के उपरान्त उपयुक्त स्वास्थ्य संस्थान तक मरीज को पहुंचाने के साथ-साथ मरीज की अंतर जिला या अंतर संस्थान आवाजाही के बारे में निर्णय लें। उन्होंने कहा कि समिति आवश्यक दवाइयों के प्रापण तथा आवाजाही पर भी निर्णय ले तथा कोविड समर्पित संस्थान में दवा की कमी न आने दें।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 से निपटने के लिए बिस्तर क्षमता को बढ़ाने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अतिरिक्त बिस्तर क्षमता के सृजन के लिए एक प्रभावी योजना समय की आवश्यकता है।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने शिमला के इण्डस अस्पताल तथा सेना अस्पताल (वाॅकर होस्पिटल) का दौरा किया ताकि इन अस्पतालों में कोविड के मरीजों के ईलाज के लिए संभावनाएं तलाशी जा सकें। उन्होंने आरट्रेक के लेफ्टिनेंट जनरल राज शुक्ला तथा इण्डस अस्पताल के डाॅ. बालकराम वर्मा से चर्चा की। उन्होंने टूटीकंडी स्थित आईएसबीटी पार्किंग का दौरा किया ताकि इसकी ऊपरी मंजिल को मेकशिफ्ट कोविड अस्पताल की तरह उपयोग करने की संभावनाएं तलाशी जा सकें।
हिमाचल प्रदेश राज्य इलेक्ट्रानिक विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक तथा लाॅजिस्टिक समिति प्रभारी अरिन्दम चैधरी, निदेशक शहरी विकास तथा काॅरपोरेट सोशल रिस्पोंसीबिलिटी काॅर्डिनेशन/कन्ट्रीब्यूशन समिति के प्रभारी आबिद हुसैन, एनएचएम हिमाचल प्रदेश के उप प्रबन्ध निदेशक तथा मीडिया एवं आईईसी समिति के सदस्य डाॅ. गोपाल बेरी, एनएचएम के एसएसओ एवं कोविड-19 पेशेंट एण्ड एम्बुलैंस प्रबन्धन समिति के प्रभारी डाॅ. राजेश ठाकुर ने अपनी-अपनी समितियों से संबंधित विस्तृत प्रस्तुति दी।
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. राजीव सैजल, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव आर.डी. धीमान तथा जे.सी. शर्मा, मुख्यमंत्री के सलाहकार डाॅ. आर.एन. बत्ता, सचिव स्वास्थ्य अमिताभ अवस्थी, समितियों के सदस्यों सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी बैठक में भाग लिया।