हिमाचल में फिर से बारिश और बर्फ़बारी, जानिए कब तक रहेगा मौसम ख़राब

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शिमला। सूबे में मौसम बदलते ही दोबारा बर्फबारी और बारिश का दौर शुरू हो गया है। शनिवार को रोहतांग समेत कई ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी हुई। शनिवार शाम राजधानी शिमला, हमीरपुर, कुल्लू सहित कई अन्य जिलों में बादल झमाझम बरसे। कुल्लू, बिलासपुर, कांगड़ा में अंधड़ का दौर जारी रहा। इसके चलते कई क्षेत्रों में बिजली सप्लाई प्रभावित रही। मैदानी जिलों में बारिश ने गर्मी से हल्की राहत दिलाई। रविवार को भी प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम खराब रहने के आसार हैं। शनिवार को रोहतांग के साथ ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और मनाली में बूंदाबांदी के साथ सुबह अंधड़ चला।

इससे बिजली लाइन बाधित होने से कुल्लू शहर में करीब पांच घंटे बत्ती गुल रही। अंधड़ से प्लम, नाशपाती, सेब और टमाटर की फसलों को नुकसान हुआ। जिला मुख्यालय कुल्लू में अंधड़ से रेहड़ी-फड़ी और ढाबों के कई टेंट उड़ गए। राजधानी शिमला में सुबह से ही बादल छाए रहे। शाम करीब चार बजे शहर में बारिश शुरू हुई। शनिवार को ऊना में अधिकतम तापमान 38.0, बिलासपुर में 37.0, हमीरपुर में 36.4, कांगड़ा में 34.9, सुंदरनगर में 33.9, नाहन में 32.7, सोलन में 30.6, भुंतर में 29.8, धर्मशाला में 27.4, शिमला में 24.5, डलहौजी में 20.6, कल्पा में 20.4 और केलांग में 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

10 जिलों में 5 मई तक अंधड़ और बारिश की चेतावनी
ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा में पांच मई तक अंधड़ और भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने दो, चार और पांच मई को इन जिलों में बारिश- अंधड़ का येलो अलर्ट जारी किया है। पूरे प्रदेश में सात मई तक मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है। किन्नौर और लाहौल-स्पीति में बर्फबारी के आसार हैं।

भिंगी नाले में गिरा हिमखंड हटाया, सड़क बहाल
उधर, लाहौल घाटी के दुर्गम क्षेत्र मयाड़ की तिंगरेट और चिमरेट पंचायत के लोगों को बर्फबारी के 12 दिन बाद राहत मिली है। लोनिवि चिनाब मंडल उदयपुर ने मयाड़ घाटी के शुक्टो गांव तक 32 किमी लंबी संपर्क सड़क को यातायात के लिए बहाल कर दिया है। इस मार्ग में भिंगी नाले में गिरे विशालकाय हिमखंड को हटाने में लोनिवि को समय लग गया। हिमखंड के दायरे से बर्फ हटाने में विभाग को चार दिन का समय लगा है।

इससे पहले इसी मार्ग पर उदयपुर से तीन किमी आगे गिरी चट्टानों को हटाने में भी विभाग को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। अब इस मार्ग के बहाल होते ही एक बार पुन छोटे व बड़े वाहन दौड़ने शुरू हो गए हैं। मयाड़ घाटी के लोगों ने सड़क बहाली पर खुशी जताते हुए लोनिवि व मंत्री रामलाल मारकंडा का आभार जताया है। लोनिवि के सहायक अभियंता केडी कश्यप ने कहा कि मयाड़ घाटी के शुक्टो तक सड़क यातायात के लिए बहाल कर दी है। भिंगी नाले में गिरे हिमखंड को हटाकर लोगों को राहत दी है।

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