शिमला। कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के नेतृत्व में आज रिज मैदान पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे प्रदेश में बढ़ते कोरोना के चलते सरकार की विफलताओं के विरोध में धरना दिया।इस धरने पर उनके साथ जिला शिमला शहरी अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी,ग्रामीण अध्यक्ष यशवंत सिंह छाजटा,कांग्रेस सचिव हरिकृष्ण हिमराल भी बैठे।
इस दौरान पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए राठौर ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह कोरोना महामारी से निपटने में पूरी तरह असफल रही है।सरकार ने समय रहते कोई उपाय नही किये।प्रदेश में वेक्सिनेशन का कार्य अति धीमी गति से चल रहा है।18 साल से ऊपर के युवाओं के लिए वेक्सिन की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध नही है।उन्होंने कहा कि इसकी रजिस्ट्रेशन का कार्य जटिल होने की बजह से ग्रामीण युवाओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।उनकी रजिस्ट्रेशन ही नही हो पा रही है। टिककरण को और अधिक सरलीकरण करने की जरूरत है!
उन्होने आरोप लगाया कि सरकार ने अपनी सुविधा अनुसार देश मे वेक्सिन की भारी कमी के चलते अब पहली डोज और दूसरी डोज के बीच का समय अंतर को बढ़ाया है।उन्होंने सरकार से पूछा कि वह बताये किस विशेषज्ञ ने इसकी दूसरी डोज का समय बढ़ाने की सिफारिश की है,जबकि पहली डोज लगाने पर उन्हें भी 6 सप्ताह का समय दिया गया था।
राठौर ने कहा कि देश मे वेक्सिन की कमी के चलते सरकार ने इसकी समय अबधि बड़ाई है जो लोगों के स्वाथ्य के साथ एक बड़ा खिलवाड़ है।उन्होंने कहा कि पहले सरकार ने देश मे बनी वेक्सिन को निर्यात किया और इसी बजह से आज देश मे इसकी भारी कमी हो गई है।उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार को अब इसका गोलोबल टेंडर करना चाहिए जिससे इसकी कमी पूरी हो सकें।उन्होंने कहा कि कोरोना की पहलीं लहर के बाद सरकार ने दूसरी लहर से लड़ने के कोई उपाय नही किये।विदेशों में इस महामारी पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है जबकि देश मे यह काबू ही नही हो रहा।यही बजह है कि आज इस दूसरी लहर में लाखों की संख्या बढ़ती जा रही है।
राठौर ने कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ रहें मामलों पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि प्रदेश के दूर दराज के गांवों में भी इसका फैलाब गंभीर समस्या पैदा कर सकता है।उन्होंने कहा कि इसकी टेस्टिंग को तेज करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में घर घर जाकर टेस्टिंग की बहुत जरूरत है।उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पहले ही स्वाथ्य सेवाओं का भारी अभाव है।उन्होंने कहा कि टेस्टिंग की रिपोर्ट 24 घण्टे के अंदर आनी चाहिए।उन्होंने कहा कि किसी भी सम्भावित व्यक्ति की जांच रिपोर्ट आने तक उसे आइसोलेशन में रखा जाना चाहिए जिससे इस संक्रमण का फैलाब रुके। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिंग व सेम्पलिंग की कोई सुविधा ही नही है।उन्होंने इसके लिए मोबाईल वेन शुरू करने की मांग की।उन्होंने कहा कि अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन,बेंटिलेटर व अन्य आवश्यक उपकरणों की भारी कमी ही गई है।आइसोलेशन वार्ड राम भरोसे चल रहें है।कोरोना से प्रभावित लोग भारी मानसिक तनाव से गुज़र रहें है।मृतकों का आंकड़ा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है।सरकार अपनी विफलताओं के चलते इन आंकड़ों को छिपा रही है।
राठौर ने कहा कि कांग्रेस कोरोना से लोगों की रक्षा के लिए हरसंभव मदद का प्रयास कर रही है।गांधी हेल्पलाइन के तहत जो भी कोई उनसे मदद की गुहार लगाते हैं उन्हें हमारे स्वम् सेवी हर प्रकार की मदद दे रहें है।उन्होंने कहा कि सरकार की पूरी व्यवस्था चरमरा गई है।इसके विरोध में सरकार को जगाने के लिए मजबूरन उन्हें धरने पर बैठना पड़ा है।
उन्होने आरोप लगाया कि सरकार ने उन्होने आशा व्यक्त की है सरकार राजधर्म का पालन करते हुए काँग्रेस द्वारा उठायी गई मांगों पर गौर करेगी!