शिमला। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् (एआईसीटीई) ने एआईसीटीई द्वारा स्वीकृत काॅलेजों और संस्थानों में तकनीकी डिग्री और डिप्लोमा करने वाली मेधावी छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए प्रगति छात्रवृत्ति योजना आरम्भ की है। यह जानकारी तकनीकी शिक्षा मंत्री डाॅ. राम लाल मारकण्डा ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत छात्रवृत्ति प्राप्त करने के लिए एक परिवार की अधिकतम 2 लड़कियां पात्र होंगी। एआईसीटीई द्वारा हिमाचल प्रदेश के लिए 100 छात्रवृत्तियां निर्धारित की गई हैं।
डाॅ. राम लाल मारकण्डा ने कहा कि एआईसीटीई द्वारा स्वीकृत काॅलेजों और संस्थानों में तकनीकी डिग्री और डिप्लोमा करने वाले विशेष रूप से सक्षम मेधावी विद्यार्थियों, जो 40 प्रतिशत या इससे अधिक विकलांग हों, के लिए सक्षम छात्रवृत्ति योजना भी आरम्भ की गई है। छात्रवृत्ति योजनाओं की पात्रता के लिए अधिकतम वार्षिक पारिवारिक आय सीमा 8 लाख रुपये तक निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के तहत लाभार्थी को 50 हजार रुपये प्रति वर्ष की राशि प्रदान की जाती है।
उन्होंने कहा कि प्रगति छात्रवृत्ति योजना के तहत तकनीकी डिग्री कर रही 49 छात्राओं तथा डिप्लोमा कोर्स कर रही 51 छात्राओं को वर्ष 2020-2021 के दौरान 50 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई है। इसी प्रकार, सक्षम छात्रवृत्ति योजना के तहत तकनीकी डिग्री कर रहे एक विद्यार्थी तथा डिप्लोमा कोर्स कर रहे चार विद्यार्थियों को वर्ष 2020-2021 के दौरान 2.50 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई है।
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों तथा उनके अभिभावकों को बधाई देते हुए विभाग द्वारा आबंटित छात्रवृत्ति कोटे से शत प्रतिशत छात्रवृत्ति प्राप्त करने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की और कहा कि यह योजनाएं महिला सशक्तिकरण तथा तकनीकी डिग्री व डिप्लोमा करने वाली मेधावी जरूरतमंद छात्राओं को प्रोत्साहन व सहायता प्रदान करने में सहायक सिद्ध हांेगी।