सौजन्य: सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग हिमाचल प्रदेश।
हिमाचल प्रदेश चिकित्सक संघ की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक सम्पन्न
शिमला। हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर संघ की आज एक वर्चुअल बैठक23/6/2021को हुई। जिसमें सभी जिला के कार्यकारिणी के सदस्यों ने हिस्सा लिया यह बैठक प्रदेश उपाध्यक्ष डॉक्टर चांदनी राठौर की अध्यक्षता में हुई बैठक का मुख्य मुद्दा पंजाब पे कमीशन की सिफारिशों को लेकर था जिसमें सिफारिश की गई है कि चिकित्सकों का नाम प्रैक्टिसिंग अलाउंस 25% से 20% कर दिया जाए और साथ में उसको बेसिक वेतन से d-link कर दिया जाए जिसका पूरे प्रदेश के चिकित्सकों ने एक मत से विरोध किया और बैठक में फैसला किया गया कि हिमाचल प्रदेश चिकित्सक संघ पंजाब मेडिकल ऑफिसर्स संघों के साथ मिलकर इसके प्रति अपना विरोध जताता रहेगा,जब तक कि इन सिफारिशों को ठीक नहीं किया गया ।प्रदेश चिकित्सक संघ बैठक में इस निष्कर्ष पर पहुंचा की महामारी के समय जब चिकित्सक जान हथेली पर लेकर लड़ रहे हैं तो इस तरह की सिफारिशें बिल्कुल ही बेमानी हैं और उन सिपाहियों के साथ धोखा है जो फ्रंट लाइन में खड़े होकर इस महामारी से लड़ रहे हैं ।हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर संघ ने फैसला किया कि जैसे पंजाब मेडिकल ऑफिसर संघ 25 तारीख से 2 घंटे की पेन डाउन हड़ताल शुरू कर रहे हैं ठीक उसी तर्ज पर हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर संघ भी सरकार को निर्धारित 72 घंटे का नोटिस देते हुए 27 तारीख से 2 घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक और गेट मीटिंग आयोजित करेगा। संघ के महासचिव डॉ पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा कि इसके अलावा डेंटल मेडिकल ऑफिसर संघ, आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर संघ, वेटनरी ऑफिसर संघ के साथ भी बात चल रही है और जल्द ही मिलकर सबसे एक मजबूत योजना बनाई जाएगी और इन सिफारिशों का पुरजोर विरोध दर्ज करवाया जाएगा।संघ के सभी सदस्यों ने महासचिव को यह जिम्मेदारी सौंपते हुए कहा कि वह तुरंत सरकार को इस बाबत नोटिस दे दे कि वह 27 तारीख से 2 घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक पंजाब मेडिकल अफसर संघों के सपोर्ट में मिलकर शुरू करेगा ।
दूसरा ज्वलंत मुद्दा मीटिंग में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज के साथ दुर्व्यवहार का और उनके परिवारों को मानसिक तनाव देने का रहा। जिसमें चंबा जिला के ज्वलंत उदाहरण को शामिल किया गया ।इसमें सभी ने एकमत से अपनी सहमति जताई कि इस पर सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों को कठोर से कठोर संदेश दिया जाना चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह से कोई भी मेडिकल ऑफिसर पद की गरिमा और व्यक्तिगत स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने की हिम्मत ना करें ।सभी ने एकमत से यह पारित किया कि सरकार को यह प्रार्थना की जाएगी वह तुरंत इन प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करें क्योंकि यह प्रशासनिक अधिकारी स्वयंभू तानाशाह का रूप धारण करके खुद पहले हमारे मेडिकल अफसर को बुरा भला और अलोकतांत्रिक भाषा का इस्तेमाल करके भरी मीटिंग में बेइज्जत करते हैं और उसके बाद शो कॉज नोटिस निकाल कर हिटलर शाही का सबूत पेश करते हैं । हिमाचल प्रदेश मेडिकल अफसर संघ ने बैठक में इसकी घोर निंदा व कड़ी भर्त्सना की और महासचिव को इस मुद्दे को मीडिया में उठाने की सहमति दी।
अंत में कार्यकारिणी के सदस्यों ने एकमत से यह फैसला लिया कि हमारे प्रदेश अध्यक्ष श्री जीवानंद चौहान जी सेवानिवृत्त हो गए हैं इसलिए सब ने पहले तो उनको सफल कार्यकाल पूरा करने की बधाई दी और यह सहमति जताई कि संघ के संविधान के अनुसार अगले चुनावों तक वही प्रधान पद का कार्यभार संभालते रहेंगे सभी सदस्यों ने उन से अनुरोध किया कि वह एक्टिवली अपना काम प्रधान के रूप में करते रहें।