जिला में पर्यटकों की संख्या के वास्तविक आंकड़ें दिखाए मीडिया डीसी की पर्यटन कारोबारियों के साथ बैठक

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कुल्लू। उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने कहा कि सोशल मीडिया में जिला के कुछ पर्यटन स्थलों, विशेषकर मनाली में पर्यटकों की भीड़ को बढ़ाचढ़ा कर दिखाया जा रहा है, जबकि वास्तविकता इससे हटकर है। वह शुक्रवार को जिला परिषद सभागार कुल्लू में जिला की होटल एसोसियेशनों, टैक्सी आप्रेटरों व साहसिक खेल एसोसियेशनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कुछ पुराने फोटो दिखाकर मनाली में पर्यटकों की अत्यधिक भीड़ को दिखाये जाने पर स्थानीय कारोबारियों में असंतोष है। जिला में सैलानियों के लिए ठहरने की बेहतर सुविधाएं व सैर-सपाटे के लिए अनेक रमणीक स्थल हैं और जिला में पर्यटकों का स्वागत है।
आशुतोष गर्ग ने कहा कि मनाली माॅल रोड़, कसोल व मनीकर्ण में लाउडस्पीकरों के माध्यम से सैलानियों को कोविड प्रोटोकोल जिसमें मास्क का उपयोग करने, सामाजिक दूरी बनाए रखने तथा उनकी सुरक्षा से जुड़ी अन्य आवश्यक अपील करने की व्यवस्था की जा रही है। ये स्थल बहुत विस्तृत नहीं होने के कारण भीड़ अधिक दिखना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि कोरोना प्रोटोकोल का सभी लोगों से पालन करवाना सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके लिए प्रमुख गंतव्यों में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि जिला में अधिक से अधिक सैलानी आने चाहिए क्योंकि हजारों लोगों की आजीविका पर्यटन से जुड़ी है। इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा मूलभूत सुविधाओं का सृजन किया जा रहा है।
जिलाधीश ने होटलियरों, टैक्सी चालकों व साहसिक खेल एसोसियशनों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि बाहरी राज्यों से आए सैलानियों को मास्क पहनने तथा कूड़ा-कचरा हर कहीं पर न फैंकने के लिए अनुरोध करें और इस संबंध में होटलों में एडवाईजरी भी डिस्पले करें। नदी-नालों के समीप न जाने की पर्यटकों को सलाह दें, क्योंकि उन्हें पर्वतीय नदियों के बहाव का अंदाजा नहीं होता। साहसिक खेल भी प्रशिक्षक की देख-रेख में आयोजित करवाए जाने चाहिए और इसमें सुरक्षा को विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नदियों के समीप स्टाॅल लगाने को प्रोत्साहित न किया जाए। इसके लिए उन्होंने जिला पर्यटन अधिकारी को समय-समय पर निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
आशुतोष गर्ग ने कहा कि प्रमुख पर्यटन स्थलों में पार्किंग, साईन बोर्ड व नदियों में संवेदनशील जगहों पर जाली लगाने के बारे में एक कार्यनीति तैयार की जाएगी। उन्होंने सैलानियों तथा पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों की अधिक से अधिक सैंपलिंग करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को कहा ताकि कोरोना के प्रसार को रोका जा सके। उन्होंने कहा हालांकि सैलानियों की आमद के बावजूद कोरोना के मामलों में किसी प्रकार की बढ़ौतरी नहीं हुई है। हर रोज केवल 4 से 10 तक मामले जिला में आ रहे हैं जबकि 800 से 1000 तक हर रोज सैंपल लिए जा रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा ने कहा कि मनाली तथा अन्य पर्यटन स्थलों पर कानून व व्यवस्था बनाए रखने, यातायात नियमन तथा सैलानियों व स्थानीय लोगों से कोरोना के नियमों की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए हैं। नियमों का उल्लंघन करने वालों के चालान भी किए जा रहे हैं। हालांकि लोगों को पहले चेतावनी दी जा रही है और चालान आखरी विकल्प है।
होटल एसोसियेशन मनाली के अध्यक्ष अनूप ठाकुर ने अवगत करवाया कि सोशल मीडिया में सैलानियों की भीड़ को अनावश्यक रूप से उछालना सही नहीं है। इससे जिला की छवि पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है जबकि सच्चाई यह है कि होटलों में आक्यूपेंसी 40 फीसदी से भी कम है। उन्होंने कहा कि होटल एसोसियेशन सैलानियों की सुविधाओं व सुरक्षा का ख्याल रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जिला का अच्छा संदेश और अच्छी छवि मीडिया के माध्यम से जानी चाहिए।
अन्य एसोसियेशनों के पदाधिकारियों ने भी बैठक में पर्यटन व साहसिक खेलों को लेकर अनेक सुझाव दिए।
बैठक में एसडीएम बंजार हेम चंद वर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुशील चंन्द्र, जिला पर्यटन विकास अधिकारी किशन चंद सहित अन्य अधिकारियों के अलावा  आनंद ठाकुर महासचिव वोल्वो एसोसियेशन, अध्यक्ष हि.प्र. टैªवल एजेन्ट एसोसियेशन तथा विभिन्न एसोसियेशनों के पदाधिकारियों में दीपक सोनी सिटी च्वाईस, मेहर चंद, आनंद ठाकुर, राम पाल, लाजवंती, अमर सिंह, भरत ठाकुर, रोकश कोहली, अशोक वालिया, सुरेन्द्र पाल, वेद राम व दीपक उपस्थित रहे।

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