शिमला। राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज राजभवन में आयोजित एक सादे लेकिन गरिमापूर्ण समारोह में हिमाचल प्रदेश के 28वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली। हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमथ ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और लेडी गवर्नर अनघा आर्लेकर भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
इस अवसर पर राज्यपाल को गार्ड आॅफ आॅनर दिया गया।
मुख्य सचिव अनिल खाची ने नियुक्ति वारंट पढ़ा।
राज्यपाल के सचिव प्रियातु मंडल ने प्रभार प्रमाण-पत्र पर राज्यपाल के हस्ताक्षर प्राप्त किए।
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डाॅ. राजीव सैजल, विधायकगण, मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायाधीश पी.एस. राणा, मुख्य सूचना आयुक्त नरेन्द्र चैहान, हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अजय शर्मा, महापौर सत्या कौंडल, पुलिस महानिदेशक संजय कंुडू, महाधिवक्ता अशोक शर्मा, विभिन्न आयोग, बोर्डों और निगमों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्य, विश्वविद्यालयों के कुलपति, वरिष्ठ अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
इसके पश्चात् मीडिया के प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए राज्यपाल ने कहा कि वह प्रदेश सरकार की विकास की पहल को आगे लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह संविधान का उच्च पद है और वह प्रदेश सरकार के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करेंगे।
राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए राज्य सरकार को हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य के समृद्ध पर्यावरण की सुरक्षा के लिए हम मिलकर कार्य करेंगे।
आर्लेकर ने कहा कि वह प्रदेश के लोगों के आतिथ्य सत्कार से प्रभावित हंै। उन्होंने कहा कि गोवा लिबरेशन मूवमेंट में हिमाचल प्रदेश के कई लोगों ने अपना योगदान दिया जिनमें राम सिंह एक थे। वह उनके परिजनों से मिलने का प्रयास करेंगे।
राज्यपाल ने शपथ ग्रहण करने से पहले परिवार के सदस्यों के साथ यज्ञ में भाग लिया।