बंजार की प्रसिद्ध पर्यटन नगरी गुशैणी में गूंजा सुरक्षा की युक्ति- कोराना से मुक्ति का संदेश,,, गीत-संगीत कला मंच के कलाकारों ने लोगों को किया जागरूक

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कुल्लू । नाक-मुंह पर मास्क तथा दो गज की सामाजिक दूरी कोरोना संक्रमण से बचाव व इसके फैलाब को रोकने के लिए सभी को है बेहद जरूरी। यह संदेश आज बंजार की प्रसिद्ध पर्यटन नगरी गुशैणी, कंडीधार, मुगला तथा बठाड़ में सूचना एवं जन संपर्क विभाग के माध्यम से स्थानीय गीत-संगीत कलंा मंच के कलाकारों रमेश कुमार तथा देव माईकल ने कोरोना भूत वेश में लोगों को देकर जागरूक किया।
लोगों को बताया गया कि कोरोना का संकट अभी तक टला नहीं है। अत्यधिक सावधानी व सतर्कता बरतने की जरूरत है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर का आपके बच्चों, नन्हें- मुन्नों पर अधिक प्रतिकूल प्रभाव न पड़े, इसके लिए अभी से सभी लोगों को जागरूक व सचेत होने की आवश्यकता है। जागरूक तथा सावधानियां रख कर ही कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सकता है। कोरोना से डरें नहीं, व्यक्तिगत स्वच्छता तथा अत्यधिक सावधानी व सतर्कता ही कोरोना को हरानेव उसकी चेन को तोड़ने का  कारगर हथियार है। इस हथियार को कोरोना संक्रमण के उपरांत ठीक होने पर भी सभी को अपनाना होगा। जरूरी होने पर ही घर से बाहर जाएं, डबल मास्क का प्रयोग ,दो गज की सामाजिक दूरी, हाथों को नियमित रूप से साफ रखना जैसे एहतियाती उपायों को अपनाकर ही समाज को कोरोना मुक्त किया जा सकता है। सभी का इसके लिए सहयोग, सजगता तथा सतर्कता अपेक्षित रहेगी।
लोगों से आग्रह किया कि दुकानों में फल-सब्जी तथा अन्य खाद्य वस्तुएं खरीदते समय कोविड प्रोटोकाॅल के अनुरूप व्यवहार करें, उचित सामाजिक  दूरी बनाकर अपनी बारी के आने का इंतजार करें, हड़बड़हट न दिखाएं ताकि संक्रमण के फिर से बढ़ने के खतरे को टाला जा सके। मास्क ठीक से पहनें, बार-बार मास्क को न छूएं, मास्क से मुंह तथा नाक को अच्छी तरह से कवर करें। कोविड-19 से सम्बंधित अधिक जानकारी के लिए चैबीस घंटे टोल फ्री नम्बर-104 पर संपर्क किया जा सकता है।
लोगों को बताया गया कि पाॅजीटिव आने के बाद यदि मरीज में लगातार आठवें, 9वें तथा 10वें दिन यदि कोई लक्षण नहीं आए तो वह मरीज कोविड-19 से रोग मुक्त घोषित किया जाता है। लेकिन इसके बाद 11वें से 17वें दिन तक भी मरीज को गृह संगरोध में रहना आवश्यक है। इन 17 दिनों की अवधि के बाद भी उसे सतर्कता बरतने की जरूरत है। वह ट्रिप्पल लेयर मैडीकल मास्क का उपयोग करे व भीड़-भाड़ वाले स्थानों से परहेज करे।
ई-संजीवनी ओपीडी सेवाओं का उपयोग करने के लिए ई-संजीवनी ओपीडी ऐप डाउनलोड कर इंस्टाॅल करें। इसके माध्यम से जरूरत पड़ने पर डाॅक्टर से संपर्क कर सकते हैं। बुखार महसूस होने पर स्वास्थ्य परीक्षण जरूर करें तथा दिन में कम से कम दो बार थर्मामीटर से अपना तापमान जांचें। डाॅक्टर की सलाह के अनुसार दवाई नियमित रूप से लें । मरीज अगर किसी अन्य बीमारी की दवाई लेता है तो, डाॅक्टर का परामर्श जरूर लें। अपनी दिनचर्या में योग तथा व्यायाम को आवश्यक रूप से शामिल करे।
जिला प्रशासन निरंतर आपकी सेवा व सहायता के लिए तत्पर है। आपका सहयोग तथा सजगता कोरोना संक्रमण को अधिक फैलने से रोकने में कारगर सिद्ध हो रही है तथापि अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। लोगों को होम आईसोलेशन की स्वयं सहायता पुस्तिका भी वितरित की जा रही है ताकि वह होम आईसोलेशन के दौरान स्वास्थ्य सम्बंधी उपयोगी जानकारियों को अपनाकर स्वयं तथा अपने परिवार के अन्य सदस्यों का कोरोना संक्रमण से बचाव कर सकें। सुरक्षा की युक्ति को अपनाकर निश्चित रूप से कोरोना हारेगा लोग जीतेंगे।

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