शिमला। हिमाचल में बारिश का सिलसिला जारी है। प्रदेश के अधिकतर इलाकों में पिछले कई दिनों से रुक रुक कर बारिश हो रही है। सूबे में बारिश से हुए भूस्खलन के चलते औट-बंजार-सैंज हाईवे-305 करीब पांच घंटे बंद रहा। दोनों तरफ से सरकारी बसों के साथ निजी वाहनों की कतार लगी रही। ब्यास सहित नदी-नालों का जलस्तर उफान पर है। भारतीय मौसम विभाग और मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 25 और 26 जुलाई को प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। 25 जुलाई तक प्रदेश में येलो और 26 जुलाई को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। 28 जुलाई तक पूरे प्रदेश में मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है।वीरवार को राजधानी शिमला में दिन भर बारिश का दौर जारी रहा। शहर में 23 मिलीमीटर बारिश हुई। बिलासपुर जिले के कई हिस्सों में दोपहर बाद आधा घंटा बारिश हुई। चंबा जिले में लोक निर्माण विभाग के मंडल डलहौजी के तहत 3 मार्ग बाधित रहे। दुनाली के पास रावी नदी में समाई कार में सवार पिता-पुत्र का चौथे दिन भी सुराग नहीं लगा।
भूस्खलन से कुल्लू जिले में छह सड़कें बंद रहीं। मंडी में दोपहर बाद हल्की बूंदाबांदी हुई। कांगड़ा जिले में शाम को धर्मशाला, बैजनाथ, पालमपुर, डरोह, ज्वालामुखी और पंचरुखी में तेज बारिश हुई। कांगड़ा, नूरपुर, राजा का तालाब और लंज में मौसम साफ रहा। जिले में धान और मक्की के लिए बारिश लाभदायक है। सबसे अधिक बारिश कुफरी में 55 मिलीमीटर हुई। गुरुवार को प्रदेश का अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम रहा।