शिमला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर “एक गांव एक तिरंगा” अभियान के तहत हिमाचल के अलग अलग 6275 स्थानों में तिरंगा फहराया। एबीवीपी के प्रदेश मंत्री विशाल वर्मा ने कहा की देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने के लिए असंख्य वीरों ने स्वतंत्रता संग्राम में संघर्ष किया था तथा अपने प्राणों की आहुतियां दी थी, जिसके परिणाम स्वरूप देश आजाद हुआ था। इन सब बलिदानों को याद करते हुए आजादी के 75 वर्ष का एहसास देश के लिए ऐतिहासिक पर्व के रूप में रहा।
तत्पश्चात इस ऐतिहासिक पर्व को मनाने के लिए विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता निरंतर हिमाचल प्रदेश के अनेकों जिला ग्रामों में आम लोगों को प्रेरित करते हुए इस देशहित के कार्य हेतु जागरूक करने का कार्य कर रहे थे।
विशाल वर्मा ने कहा कि आज देश की एकता और अखंडता को तोड़ने का प्रयास करने वाले तत्व सक्रिय हो गए हैं जो आए दिन देश के बड़े बड़े नेताओं और प्रतिष्ठित व्यक्तियों को तिरंगा न फहराने की धमकियां दें रहे थे। विद्यार्थी परिषद ने 15 अगस्त के दिन एक ही समय में एक साथ प्रदेश के 6275 स्थानों में तिरंगा फहरा कर खालिस्तानियों और देशद्रोहियों को उनके नापाक मंसूबों को ध्वस्त किया है।
उन्होंने कहा कि यह हम सभी का दायित्व बनता है कि अपने राष्ट्र के गौरवशाली इतिहास, स्वाभिमान तथा बलिदान की परंपराओं से अपनी नई पीढ़ी को अवगत करवाएं। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के लिए “भारत माता की जय” केवल एक नारा नहीं बल्कि भारत के लिए जीने की एक प्रतिबद्धता है। इसी सोच को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थी परिषद ने हिमाचल प्रदेश में 7500 गांव में तिरंगा फहराने का जिम्मा उठाया था।
विशाल वर्मा ने कहा कि देश में जब जब भी किसी ने देश की एकता और अखंडता को तोड़ने की बात की है विद्यार्थी परिषद ने हमेशा मुंहतोड़ जवाब दिया है इस से पूर्व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने देश के अनेकों स्थानों से 10000 छात्रों को एकत्रित कर 1990 में कश्मीर के लाल चौक में भी “जहां हुआ तिरंगा का अपमान वहीं करेंगे तिरंगे का सम्मान” के नारे के साथ तिरंगा यात्रा आयोजित की थी।
इस बार भी स्वतंत्रता दिवस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रांत में प्रत्येक जिला की 128 इकाइयों के कार्यकर्ताओं ने 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर 6275 स्थानों में तिरंगा फहराने का कार्य किया है, जिसमें कुल 97,246 लोगों की उपस्तिथि रही और कार्यकर्ताओं को समाज के अनेकों वर्गों से सहयोग मिला है।
ये सभी कार्यक्रम प्रशासन से अलग विद्यार्थी परिषद ने अपने स्तर पर आयोजित किए। इस दौरान ध्वजारोहण के पश्चात सामूहिक राष्ट्रगान गाया गया और देश की उन महान विभूतियों को याद किया गया जिनके सर्वस्व त्याग और बलिदान के कारण देश आजाद हुआ है। इस कार्यक्रम के पश्चात प्रत्येक स्थानों पर मिष्ठान वितरण भी किया गया।