शिमला। वरिष्ठ पत्रकार और प्रेस क्लब शिमला के अध्यक्ष एवं महासचिव रहे जगदीश भट्ट के निधन पर प्रेस क्लब शिमला के परिसर में बुधवार को शोक सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रेस क्लब सदस्यों व पत्रकारों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा और ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति तथा शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
इस मौके पर प्रेस क्लब सदस्यों ने दिवंगत जगदीश भट्ट को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। प्रेस क्लब के वरिष्ठ सदस्यों ने दिवंगत पत्रकार के साथ अपने संस्मरण सांझा कर विचार व्यक्त किये।
प्रेस क्लब अध्यक्ष अनिल भारद्वाज (हैडली) ने जगदीश भट्ट को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि बीते 28 अगस्त को देहरादून में उनका निधन हुआ। वह 72 वर्ष के थे। उनका जाना पत्रकारिता जगत के लिए अपूर्णनीय क्षति है। स्वर्गीय जगदीश भट्ट वर्ष 1996 से 1997 तक प्रेस क्लब शिमला के अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके अलावा वह प्रेस क्लब के महासचिव भी रहे।
वरिष्ठ पत्रकार विजय पूरी ने जगदीश भट्ट को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वह नेक इंसान और उनके दोस्त थे। उन्होंने पत्रकारिता के नए आयाम स्थापित किये और निर्भीक खबरों के लिए उनका नाम हमेशा याद रहेगा। वह मिलनसार स्वभाव के थे।
वरिष्ठ पत्रकार दिनेश गुप्ता ने कहा कि पत्रकारिता जगत में जगदीश भट्ट मील का पत्थर थे और यही कारण है कि उनका इस तरह से जाना हर कलमकार को हतप्रभ कर रहा है। वह बड़े व छोटे में कोई भेदभाव नहीं करते थे।
वरिष्ठ पत्रकार धनन्जय शर्मा ने कहा कि जगदीश भट्ट उनके रिश्तेदार थे। उन्होंने अमेरिका में पत्रकारिता की पढ़ाई की और पत्रकारिता में कई आयाम स्थापित किये। वह कई दशकों तक अंग्रेजी समाचार पत्र टाइम्स ऑफ इंडिया में पदस्थ रहे। शिमला में इसी समाचार पत्र से वह सेवानिवृत्त हुए। उनका पत्रकारिता का जीवन हम सभी के लिए एक मिसाल है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश भारद्वाज ने कहा कि जगदीश भट्ट से उनकी कुछ दिन पहले ही फोन पर बात हुई थी। उन्होंने निर्भीक और निष्पक्ष पत्रकारिता की तथा युवा पत्रकारों को उनके जीवन से सीख लेनी चाहिए। वह नए पत्रकारों को हमेशा प्रेरित करते थे और अच्छी खबर करने वाले युवा पत्रकारों का हौंसला बढाते थे।
वरिष्ठ पत्रकार गौरव विष्ठ ने कहा कि जगदीश भट्ट से बहुत सीखने को मिला है। वह विनम्र स्वभाव के थे। उनका निधन हमारे लिए दुख की घड़ी है।