करसोग। करसोग के कई क्षेत्रों में खेतों में दाल और मक्की की फसल अब तैयार है, लेकिन लगातार हो रही बारिश से किसान फसल कटाई का काम नहीं कर पा रहे हैं। जिससे अब फसलें खेतों में खराब होने लगी है। उपमंडल के तहत मैदानी क्षेत्रों में तो किसान मक्की की कटाई भी कर चुके हैं और बारिश की वजह से किसानों को फसल को घर तक पहुंचाने के लिए खेतों में जाना मुश्किल हो गया है। ऐसे में मक्की के बाहर छिलके में लगातार बनी नमी से दानों में फंगस का खतरा बढ़ गया है। यही नहीं बहुत से क्षेत्रों में अब दलहनों की फसल भी पक चुकी है। यहां भी बारिश से दालों की फसल खराब होने लगी है। सितंबर माह के आखिर में जारी बारिश के क्रम से किसानों को खेतों में तैयार फसल निकालनी मुश्किल हो रही है। ऐसे में बारिश ने अन्नदाताओं की चिंता बढ़ा दी है। उधर मौसम विभाग के आंकड़े को देखे तो प्रदेश में एक सप्ताह में 23 सितंबर तक 47.7 मिलीमीटर बारिश हुई है। जो सामान्य से 101 फीसदी अधिक है। इस अवधि में सामान्य बारिश का आंकड़ा 23.7 मिलीमीटर बारिश का है। वहीं अगर मंडी जिला की बात करें तो यहां एक सप्ताह में 67.2 मिलीमीटर बारिश हुई है। ये सामान्य से 171 फीसदी अधिक है। इस अवधि में सामान्य बारिश का आंकड़ा 24.8 मिलीमीटर बारिश का है। मौसम विभाग की माने तो प्रदेश में शुक्रवार से बारिश का क्रम थम जाएगा। आने वाले समय में अब कुछेक स्थानों पर बारिश की संभावना है।
कृषि विभाग विकासखंड करसोग के कृषि विस्तार अधिकारी आकेश कुमार का कहना है कि दलहनों और मक्की की फसल के लिए बारिश अब नुकसानदायक है। उनका कहना है कि करसोग के कई क्षेत्रों में दलहनों और मक्की की फसल अब तैयार है।