करसोग। असत्य पर सत्य की जीत का त्यौहार विजयादशमी पर्व अलसिंडी में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। परंपरा के अनुसार इस दिन बुराई के प्रतीक रावण के पुतले का दहन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में दूर-दूर से लोग रावण दहन देखने के लिए पहुंचे।
लक्ष्मी नाट्यनिकेतन अलसिंडी की ओर से रावण का पुतला तैयार किया गया था। रावण दहन देखने के लिए अलसिंडी में सैंकड़ों लोग पहुंचे।
रावण दहन से पहले काफी देर यहाँ युद्ध का मंचन किया गया। इसके बाद विभीषण के कहने पर मर्यादा पुरुषोत्तम राम ने रावण की नाभि को निशाना बनाते हुए अग्निबाण छोड़ दिया। कुछ ही देर में अंहकारी रावण धू धू कर जलने लगा। रंगीन आतिशबाजी और पटाखों की तेज आवाज दूर-दूर तक सुनाई दे रही थी। लोग भगवान राम की जय जयकार कर रहे थे। लोगों ने बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाया।
लक्ष्मी नाट्य निकेतन अलसिंडी के अध्यक्ष मानसिंह ने इस अवसर पर सभी प्रदेशवासियों को दशहरा उत्सव की शुभकामनाएं की। उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते पिछले वर्ष दशहरा उत्सव का आयोजन नहीं हो पाया था आज दशहरा उत्सव को देखने के लिए लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला। उन्होंने बताया कि इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का भी पूरा ध्यान रखा गया।