शिमला। कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने सरकार पर आरोप लगाया है कि मंत्रियों और व्यरोक्रेसी में कोई भी तालमेल नही है।सरकार उन्हें ताश के पत्तो की तरह फांट रही है जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी काम करने वाले है उनको नजरअंदाज किया जा रहा है।उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री की प्रशासन पर पकड़ कमजोर होती जा रही है।
मीडिया को संबोधित करते हुए राठौर ने कहा कि जबकि चुनाव विभाग नगर निकायों के चुनाव प्रक्रिया के दौरान जिला उपायुक्तों के तबादले न करने को कहा था,बाबजूद इसके आधी रात को इन आदेशों को दर किनार करते हुए सरकार ने उपायुक्त बदल डाले।इस आदेश से साफ है कि सरकार चुनाव विभाग को गम्भीरता से नही लेता।
राठौर ने कहा कि आज कोरोना काल मे समाज का हर वर्ग सरकार से दुखी है।किसान हो,बागवान हो,कारोबारी हो या आम नागरिक किसी को भी सरकार ने कोई राहत नही दी।उन्होंने सरकार से पूछा कि वह बताए प्रधानमंत्री केयर फण्ड और मुख्यमंत्री राहत कोष में कितना धन इकट्ठा हुआ और उसे कहा खर्च किया गया।
राठौर ने एक प्रश्न के उत्तर में स्पष्ट किया कि कांग्रेस को प्रदेश में भाजपा के पांच सितारा कार्यालय बनाने पर कोई आपत्ति नही है।उन्होंने कहा कि उन्हें दुख है की उन्होंने इस कोविड काल मे लोगों की कोई मदद नही की।उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदेश से है व देश के वित्त राज्य मंत्री भी प्रदेश से है।ऐसे में इन नेताओं ने कोई भी मदद प्रदेश की नही की।प्रधानमंत्री के समक्ष प्रदेश हित की कोई भी मांग यह नेता नही रख सकें है।उन्होंने कहा कि बेहतर होता भाजपा के यह नेता इस कोविड काल मे लोगों की कोई आर्थिक मदद करते जिससे प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी या अन्य समस्याएं दूर होती।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में राठौर ने विश्वविद्यालय में एनएसयूआई के छात्रों के साथ हुए दुर्व्यवहार की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा ने विश्वविद्यालय को अपनी राजनीति का आखाड़ा बना दिया है।उन्होंने कहा कि छात्रों की मांगों को तुरंत माना जाना चाहिए,जिससे शैक्षणिक माहौल बने।