शिमला। कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने भाजपा नेताओं पर पलटवार करते हुए कहा है कि अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए वह प्रदेश के लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रही है।उन्होंने कहा है कि हाल ही के उप चुनावों में भाजपा की जिस तरह से हार के बाद फजीहत हुई है उससे इसके नेताओं का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है और कांग्रेस पर अनाप शनाप बयान बाजी में जुटी है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में भी भाजपा को इसी तरह हार का मुंह देखना पड़ेगा और प्रदेश में उसका सूपड़ा ही साफ हो जाएगा।
राठौर ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के उस बयान में जिसमें उन्होंने कहा है कि कांग्रेस सत्ता में होती तो प्रदेश को लूट कर खा जाती पर तीव्र प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि भाजपा आज देश मे कांग्रेस की बनाई सरकारी सम्पतियों को जिस प्रकार एक एक कर बेच रही है,उसी दिशा में प्रदेश सरकार भी चली है।उन्होंने कहा कि सरकार ने आज प्रदेश को 67 हजार करोड़ से अधिक कर्जे में डुबो दिया है।उप चुनावों में मिली करारी हार के बाद प्रदेश सरकार लोगों व कर्मचारियों से बड़े बड़े वायदे कर रही है।खजाना खाली पड़ा है और सपने बड़े दिखाए जा रहें है।
राठौर ने कहा कि प्रदेश में गरीबो व किसानों के नाम पर मुख्यमंत्री घड़याली आंसू बहा रहें है।उन्होंने की अगर मुख्यमंत्री को गरीबो व किसानों को कोई चिंता होती तो वह उनको कोई राहत देते हुए उनके कल्याण को योजनाएं चलाते।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को न तो किसानों की कोई चिंता है और न ही बागवानों की।आज प्रदेश में न तो खाद ही मिल रही है और न बागवानों को कीट नाशक।उन्होंने कहा कि आज देश प्रदेश में किसान व बागवान बड़ी ही दयनीय स्थिति में है।
राठौर ने कहा कि प्रदेश में कोविड से निपटने में प्रदेश सरकार पूरी तरह विफल रही है।उन्होंने कहा कि इस दौरान भाजपा नेताओं ने आपदा में अवसर तलाशे और पीपी किट्स,सेनेटाइजर घोटाले किये।इन आरोपों के चलते प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को पद भी छोड़ना पड़ा।उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं अस्त व्यस्त होकर रह गई है और मुख्यमंत्री अपनी पीठ थपथपाने में लगें है।
राठौर ने वन व खेल मंत्री राकेश पठानिया पर भी पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस के पास मजबूत नेतृत्व भी है और दिशा भी।उन्होंने कहा कि कांग्रेस की दिशा बिल्कुल सही है।वह लोगों को भाजपा के कुशासन से मुक्ति दिलाने की दिशा की ओर मजबूती से बढ़ रही है।इसलिए पठानिया को अपनी पार्टी भाजपा की चिंता करनी चाहिए न कि कांग्रेस की।