शिमला। सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज यहां राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम शिमला द्वारा सहकारिता विभाग के साथ सहभागिता में सहकारी विकास में उत्कृष्ट कार्य निष्पादन तथा योगदान के लिए क्षेत्रीय सहकारी उत्कृष्ट और मैरिट पुरस्कार-2021 तथा सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि देश में सहकारिता को आरम्भ करने वाले हिमाचल प्रदेश में सहकारी क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किया जा रहा है।
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश में जिस प्रकार सहकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है उससे यह प्रदर्शित होता है कि प्रदेश में आम जनता के कल्याण व उत्थान को सदैव प्राथमिकता दी जाती है। उन्होंने इस अवसर पर उत्कृष्ट और मैरिट पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार सराहनीय प्रदर्शन करने वालों को सदैव प्रोत्साहित करती रही है तथा भविष्य में भी ऐसे लोगों को उल्लेखनीय कार्य के लिए बढ़ावा दिया जाएगा।
इससे पूर्व सुरेश भारद्वाज ने राज्य की चयनित प्राथमिक समिति दि शिखर हथकरघा व हस्तशिल्प बुनकर सहकारी सभा रामपुर तथा दि पठियार कृषि सहकारी सभा नगरोटा बगवां को सहकारी उत्कृष्ठता पुरस्कार और दी भुट्टी बुनकर सहकारी सभा भुन्तर तथा दि धार छटोत्रयां कृषि सहकारी सभा जयसिंहपुर को सहकारी मैरिट पुरस्कार प्रदान किया।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि सहकारी क्षेत्र में किसानों तथा बागवानों की आय को बढ़ाने तथा उनके उत्पादन को उचित विपणन व अन्य सुविधाएं प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने सहकारिता विभाग के अधिकारियों को लोगों को सहकारी योजनाओं के बारे जागरूक कर उन्हें लाभान्वित करने के निर्देश दिए।
राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम शिमला के क्षेत्रीय निदेशक राकेश वर्मा ने इस अवसर पर सहकारिता मंत्री का स्वागत किया।
सचिव सहकारिता अक्षय सूद ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सदैव सहकारिता को प्राथमिकता प्रदान की है तथा सहकारी सभाओं के माध्यम से प्रदेश के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है। उन्होंने सहकारी सभाओं में अधिक से अधिक युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने पर बल दिया।
पंजीयक राज्य सहकारी सभाएं राजेश शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
अरावली क्लस्टर आधारित व्यापार संगठन (सीबीबीओ) के निदेशक डाॅ. यशपाल शर्मा ने प्रदेश में किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) के योगदान पर प्रस्तुति प्रस्तुत की।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक सरवन मान्टा, सभी जिलों के सहायक पंजीयक, चयनित सहकारी सभाओं के प्रतिनिधि, सीबीबीओ व एफपीओ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी व प्रधान, सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे।