कुल्लू। शिक्षा, कला भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मनाली से कुल्लू जिला के लिए 15 से 18 आयु वर्ग के बच्चों को वैक्सीनेशन अभियान का शुभारंभ किया। जिला में 23500 बच्चों को कोरोना वैक्सीन प्रदान की जाएगी। इनमें सरकारी व निजी स्कूलों के बच्चों के अलावा वे सभी बच्चे जो 15 से 18 वर्ष आयु के हैं वैक्सीन के लिए पात्र होंगे।
इस अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को पहली डोज तथा दूसरी रोज का शत-प्रतिशत लक्ष्य करने वाला हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य बना। उन्होंने कहा कि इस आयु वर्ग के बच्चों को वैक्सीन के लक्ष्य को हासिल करने में एक बार पुनः हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य बनेगा। इसके लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने व्यापक प्रबंध किए हैं और स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह से सजग है।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि जिला में दूसरे प्रदेशों से भी सैलानी छुट्टियां मनाने आए हैं और ऐसे में उनके बच्चे जो 15 से 18 आयु वर्ग के हैं उनको भी कोरोना वैक्सीन प्रदान की जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से कहा कि वैक्सीनेशन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए इस प्रकार से प्रयास किए जाएं कि जिला कुल्लू प्रदेश का पहला ऐसा जिला बने जहां शत-प्रतिशत लक्ष्य को हम सबसे पहले हासिल कर सकें। उन्होंने कहा कि जिला में अनेकों दुर्गम स्थान है जहां पर वैक्सीन पहुंचाना काफी कठिन है लेकिन इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने पूर्व में भी जो प्रयास किए हैं वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि विशेषकर मलाणा गांव तथा शाकटी मरोड़ जैसे दूर-दराज के गांव जहां मीलों पैदल चलना पड़ता है वहां पर विशेष तौर पर वैक्सीन लगाने के लिए स्टाफ को तैनात किया जाना चाहिए।
शिक्षा मंत्री ने सभी पात्र बच्चों तथा उनके अभिभावकों से अपील की है कि कोरोना वैक्सीन के लिए बच्चों का पंजीकरण करवाएं और स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर रोज जारी की जाने वाली स्वास्थ्य केंद्रों की सूची के अनुसार वहां पर बच्चों को भेजें। उन्होंने शिक्षकों से भी कहा कि प्रातः कालीन सभा में वैक्सीनेशन के बारे में हर रोज बच्चों को जागरूक करें प्रोत्साहित करें ताकि वह जल्द से जल्द वैक्सीन लगवा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट अभी टला नहीं है बल्कि नया वेरिएंट ओमिक्रान हमारे देश में भी दस्तक दे चुका है और तेजी के साथ इसका प्रसार हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि हम सभी लोग एहतियात बरतें अच्छे से मास्क पहने सामाजिक दूरी का ख्याल रखें और स्वच्छता का भी ख्याल रखें ताकि संक्रमण को रोका जा सके।
इसके उपरांत शिक्षा मंत्री ने स्कूल के एक अन्य समारोह में नौवीं कक्षा के बच्चों को इको फ्रेंडली गरम पानी की बोतलें वितरित की। प्रदेश सरकार की यह योजना नौवीं कक्षा के बच्चों को कोरोना के दौर में गर्म पानी की बोतलें प्रदान करने की है। इससे सभी बच्चे अपने साथ स्कूल में भी गर्म पानी ला सकेंगे और उसका उपयोग करके कोरोना के संक्रमण से बचेंगे।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि मनाली का यह स्कूल वर्ष 1907 से चल रहा है और स्कूल ऐसे अनेक हस्तियां निकले हैं जिन्होंने जिला का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि मंत्री रह चुके ठाकुर कुंजलाल भी इसी स्कूल में पढ़े हैं और सभी कक्षाओं में स्कूल के उत्कृष्ट छात्र रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य है और यह देखकर खुशी होती है कि स्कूल में बच्चे अनेक प्रकार की गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा 2 साल से लगातार कोरोनावायरस का है और इस बीच स्कूली बच्चों को भी नुकसान हुआ है लेकिन प्रदेश सरकार ने हर घर पाठशाला कार्यक्रम शुरू करके काफी हद तक शिक्षा को सुचारू बनाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि हम ऐसी उम्मीद करते हैं कि अब ऐसी परिस्थितियां ना बने कि स्कूलों को बंद करना पड़े। स्कूली शिक्षण लगातार जारी रहना चाहिए। उन्होंने स्कूली बच्चों से भी आग्रह किया कि आपस में समूहों में कम से कम बैठे और मास्क का हर समय उपयोग करें।
इससे पूर्व स्कूल के प्रधानाचार्य नारांतक शर्मा ने स्वागत किया और कहा कि शिक्षा मंत्री ने स्कूल के मैदान के लिए 15 लाख की राशि प्रदान की है और आने वाले समय में स्कूल के लिए एक अच्छा मैदान और मंच उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री अनेक बार इस पाठशाला में आए हैं और जब भी स्कूल में आते हैं अनेक बच्चों से संवाद करते हैं जिससे बच्चों का हौसला बढ़ता है।
उपनिदेशक उच्च शिक्षा शांतिलाल शर्मा, खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ रणजीत, नगर परिषद अध्यक्ष चमन कपूर, उपाध्यक्ष मनोज लारजे तथा बड़ी संख्या में एसएमसी के पदाधिकारी अध्यापक गण व स्कूली बच्चे उपस्थित रहे।