करसोग। करसोग में एसड़ीएम की सख्ती के बाद पीडब्ल्यूडी ने हरकत में आते हुए 20 दिन पहले टूटे चेंबर की कुछ ही घण्टों में मरम्मत कर दी है। यहां चेंबर के टूटने से खुले में बह रही गंदगी से लोगों का चलना मुश्किल हो रहा था। यही नहीं बीच सड़क में पड़े गड्ढे की वजह से दुर्घटना का भी अंदेशा बना हुआ था। ऐसे में पब्लिक न्यूसेंस को रिमूव करने के लिए एसडीएम ने अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए पीडब्ल्यूडी को सीआरपीसी की धारा 133 के तहत ऑर्डर जारी किया था। जिसमें चेंबर की रिपेयर न होने की सूरत में फील्ड अधिकारी की व्यक्तिगत जवाबदेही तय की जानी थी, लेकिन विभाग में ऑर्डर मिलते ही चैंबर की मरम्मत कर दी है। बता दें कि करसोग में कृषि विभाग के समीप 19.41 करोड़ की लागत से मिनी सचिवालय का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें खुदाई के दौरान निकलने वाले मलवे को डंपिंग साइट को ले जाया जा रहा है, लेकिन मलवा ले जाते वक्त डंपर ने भूराजस्व विभाग कार्यालय सहित अधिकारियों व कर्मचारियों के आवासों में शौचालय की निकासी के लिए बिछाई गई लाइन पर बने चैंबर को तोड़ दिया था। चैंबर की मरमम्त न होने से गंदगी सड़क पर खुले में बह रही थी और बीच सड़क में गड्डा भी पड़ गया था। ऐसे में यहां लोगों का आना जाना मुश्किल हो रहा था। लोगों के आग्रह पर भी पीडब्ल्यूडी की नींद नहीं टूट रही थी। जिस पर एसडीएम ने जनता की पीड़ा को समझते हुए लोक निर्माण विभाग सीआरपीसी की धारा 133 के तहत ऑर्डर जारी किया था।
पीडब्ल्यूडी सब डिवीजन करसोग के सहायक अभियंता छमिंदर शर्मा ने बताया कि डंपर की वजह से टूटे चैंबर की रिपेयर कर दी गई है। उन्होंने कहा भविष्य में इस तरह दिक्कत न हो। संबंधित फील्ड अधिकारी को इस बात का ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं।