शिमला। हिमाचल प्रदेश राज्य कर एवं आबकारी विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि विभाग द्वारा हिमाचल प्रदेश स्थित विभिन्न ट्रांसपोर्टर्स एवं लाॅजिस्टिक कंपनियों के गोदामों पर विभाग के अधिकारियों द्वारा आबकारी अधिनियम के अंतर्गत छापेमारी की जा रही है। ई-वे बिल की चेकिंग के दौरान मिले इनपुट्स के आधार पर कंपनी के कागज़ातों की गहनता से छानबीन की जा रही है।
उन्होंने बताया कि छानबीन के दौरान पाया गया कि इन लाॅजिस्टिक कंपनियों द्वारा हिमाचल प्रदेश स्थित व्यापारिक संस्थानों के नाम पर इथाइल मेडिकल साॅल्यूशन लैबोरेट्री रीजेंट 96 प्रतिशत के साथ आयात किया जा रहा है। विभाग द्वारा जब आॅनलाइन सिस्टम पर इन ई-वे बिलों की छानबीन की गई तो पाया कि एक ई-वे बिल के अंतर्गत 1400 लीटर में उक्त साॅल्यूशन लाॅजिस्टिक फर्म के सुंदरनगर स्थित गोदाम में उतारी गई है, जिसे विभागीय अधिकारियों ने मौके पर जाकर कब्जे में लिया जिसमें 4 ड्रम 200 लीटर की क्षमता के और 6 ड्रम प्रत्येक 100 लीटर क्षमता के हैं। एक अन्य बिल जिसके अंतर्गत 5000 लीटर उक्त साॅल्यूशन का आयात किया जाना था, को फर्म के हिमाचल प्रदेश से बाहर स्थित गोदाम में रोक दिया गया था। लेकिन 28 जनवरी, 2022 को विभागीय अधिकारियों द्वारा ज़िला ऊना के अम्ब क्षेत्र में अपनी ई-वे बिल चेकिंग के दौरान गाड़ी नंबरः एचआर 37डी 9594 को चेकिंग के लिए रोका तो पाया कि इसमें उक्त ई-वे बिल जिसे विभाग ने आॅनलाइन सिस्टम द्वारा चैक किया था, के अंतर्गत इथाइल मेडिकल साॅल्यूशन लेबोरेटरी रीजेंट 5000 लीटर का आयात किया जा रहा था। विभाग द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए उक्त गाड़ी को अपने कब्जे में लिया गया है। गाड़ी को चैक किया गया तो उसमें 25 ड्रम् प्रत्येक की 200 लीटर क्षमता है, में उक्त साॅल्यूशन पाया गया। इस संदर्भ में नियमानुसार आगामी कार्यवाही की जा रही है।
विभाग के उड़नदस्ता मध्य क्षेत्र के सयुंक्त आयुक्त राज्य कर एवम आबकारी राकेश भारती ने बताया कि विभाग द्वारा अभी तक कुल 6400 लीटर इथाइल मेडिकल साॅल्यूशन रीजेंट को अपने कब्जे में लिया गया है और नियमानुसार कार्यवाही के उपरांत एफआईआर दर्ज की जा रही है।