करसोग। सरकार की तरफ से मांगे न माने जाने से नाराज हेल्थ सोसाइटी के अनुबंध कर्मचारी सांकेतिक हड़ताल पर बैठ गए है। करसोग में बुधवार को कर्मचारियों ने काम छोड़कर अस्पताल परिसर में अपना तंबू गाड़ दिया है। इनके बाद भी अगर सरकार ने कोई सुध नही ली तो हेल्थ सोसाइटी के सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ जाएंगे। इससे पूर्व कर्मचारियों ने मांगे मनवाने के लिए सरकार को 26 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन प्रदेश सरकार ने इसका कोई भी नोटिस नहीं लिया। ऐसे में 27 जनवरी से स्वास्थ्य समितियों जिसमें एनएचएम, एड्स कंट्रोल सोसाइटी, आरबीएसके व एनटीपीई के तहत कर्मचारियों ने काले बिल्ले लगाकर अपनी सेवाएं दे रहे थे, लेकिन सरकार हेल्थ सोसाइटी के तहत अनुबंध कर्मचारियों की नियमितीकरण या रेगुलर पे स्केल को लेकर कोई भी निर्णय नहीं लिया। जिससे नाराज हेल्थ सोसाइटी के कर्मचारियों ने सरकार को एक और मौका देते हुए एक दिन की सांकेतिक हड़ताल की, लेकिन इस पर भी अगर सरकार की नींद नहीं टूटती है तो वीरवार से हेल्थ सोसाइटी के कर्मचारी अपना आंदोलन और उग्र कर देंगे। बता दें कि करसोग सिविल अस्पताल में भी हेल्थ सोसाइटी के कर्मचारी वर्षों से दिन रात अपनी सेवाएं दे रहे हैं। यहां तक कि कोरोना कॉल में भी कर्मचारी जान की परवाह किए बगैर ईमानदारी के साथ अपना कार्य कर रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी सरकार कर्मचारियों की अनदेखी कर रही है। जो हेल्थ सोसाइटी अनुबंध कर्मचारियों के भविष्य के साथ एक खिलवाड़ है।
हेल्थ सोसाइटी अनुबंध कर्मचारी संघ ब्लॉक करसोग के सचिव महेंद्र ठाकुर कहना है कि करसोग के हेल्थ सोसाइटी के कर्मचारियों ने एक दिन की सांकेतिक हड़ताल की। इसके बाद भी अगर सरकार ने नियमितीकरण को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया तो सभी अनुबंध कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ जाएंगे। उन्होंने कहा कि हेल्त सोसाइटी के तहत 20 से 22 सालों से कर्मचारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन सरकार ने अभी तक कोई ठोस नीति नहीं बनाई है।