शिमला। इंडियन पब्लिक सर्विस एंप्लाइज फेडरेशन के बैनर तले आज पूरे देश में समस्त कर्मचारी ने केंद्र सरकार व राज्य सरकारों के प्रति महंगाई भत्ते फ्रिज करने पर विरोध प्रकट किया।
हिमाचल प्रदेश के कर्मचारियों ने भी इसका विरोध किया है और महंगाई भत्ते को फ्रिज करने से कर्मचारी वर्ग नाराज है। हिमाचल प्रदेश में कर्मचारियों द्वारा मुंह पर काली पट्टी बांधकर सरकार के प्रति काला दिवस मनाया गया जिसमें समस्त कर्मचारियों ने अपने-अपने घरों व कार्यालयों में मुंह पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रकट किया।
इंडियन पब्लिक सर्विस एंप्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय सचिव हरि कृष्ण शांडिल ने केंद्र सरकार व राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि सरकार इस फैसले को जल्दी से जल्दी वापस ले क्योंकि कर्मचारियों ने अपनी स्वेच्छा से प्रधानमंत्री राहत कोष एवम मुख्यमंत्री राहत कोष मैं पहले भी एक दिन का वेतन दान किया है यदि सरकार को कर्मचारियों से पैसा ही लेना है तो कर्मचारी अपनी इच्छा से और भी दान कर सकता है किंतु सरकार द्वारा कर्मचारियों के महंगाई भत्ते फ्रिज करना सोची समझी साजिश मानी जा रही है। जिससे समस्त कर्मचारी वर्ग नाराज है।
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों ने हमेशा ही सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सरकार का साथ दिया है किंतु सरकार आए दिन कोई न कोई बहाना बनाकर कर्मचारियों पर नए से नए नियम बनाकर थोप देती है उन्होंने कहा कि सरकार को पैसा ही वसूल करना है तो उद्योगपतियों से पैसा वसूल करें जिसे वह समय-समय पर हर सुविधा प्रदान करते हैं या फिर माननीय के भत्ते में कटौती करें क्योंकि वह तो जनता की सेवा के लिए चुने गए हैं उनकी पेंशन व उनके भक्तों पर रोक लगा देनी चाहिए। उन्होंने सरकार से मांग की है कि सरकार इस फैसले को जल्दी से जल्दी वापस ले।