करसोग। करसोग में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बाद पुलिस ने लकड़ी की अवैध तस्करी पर भी लगाम कस दी है। यहां डीएसपी गीताजंलि ठाकुर की अगुआई में पुलिस ने लकड़ी के डिपो में छापेमारी की है । इस दौरान देवदार के 182 अवैध नग बरामद किए गए। पुलिस ने लकड़ी को अपने कब्जे में लेने का बाद वन विभाग के सपुर्द कर दिया है। इस जुर्म में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुलिस ने शिकायत के आधार पर उपमंडल के अंतर्गत सनारली से कुछ मीटर की दूरी पर शंकरदेहरा सड़क में केसरी ट्रेडर्स के नाम से चल रहे लकड़ी के डिपो में दबिश दी और लकड़ियों के स्टॉक की छानबीन की। इस दौरान लकड़ियों से संबंधित रिकॉर्ड चैक करने पर देवदार के 182 नग का कोई लेखाजोखा ही नहीं पाया गया। ऐसे में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लकड़ी को कब्जे में लिया। जिसकी सूचना वन विभाग को दी गई। जिस पर वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने लकड़ियों को विभाग के सपुर्द कर दिया है । पैमाइश करने पर लकड़ी का वॉल्यूम 2.464 घनमीटर पाया गया। जिसकी मार्किट वैल्यू करीब 2.50 लाख बताई जा रही है। पुलिस की नजर करसोग के तहत विभिन्न स्थानों में चल रहे अन्य लकड़ियों के डिपो पर भी है। ऐसे में इस कार्रवाई से लापरवाह लकड़ी डिपो धारकों में हड़कंप मच गया है।
डीएसपी गीताजंलि ठाकुर का कहना है कि शिकायत के आधार पर सनारली के समीप लकड़ी के एक डिपो की चेकिंग की गई। केसरी ट्रेडर्स नाम से चल रहे इस डिपो में बिना बिल देवदार के 182 नग पकड़े गए। उन्होंने कहा कि लकड़ी को कब्जे में लेने के बाद वन विभाग के सपुर्द किया गया है।