करसोग। सरकारी काम भी अजीबो गरीब होते हैं। सरकार जो कार्य शुरू करती है, देखरेख के अभाव में उस काम का कोई सिरा ही शायद आपस में मिलता हो। ऐसा की एक अजीब गरीब मामला करसोग में सामने आया है। यहां लोक निर्माण विभाग के सब डिवीजन करसोग के तहत सेरी से शाहोट एक सड़क है। बीस साल पहले बस योग्य बनी इस सड़क में लोक निर्माण विभाग की ऐसी लापरवाही सामने आई है। जो स्थानीय जनता के बीच में चर्चा का विषय बनी हुई है। विभाग ने दो साल पहले शुरुआत में सेरी से डमदार तक 5 किलोमीटर और अंत में जौंगधार से शाहोट तक 6 किलोमीटर सड़क की टारिंग तो कर दी, लेकिन डमदार नाला से जौंगधार तक 4 किलोमीटर सड़क के बीच का हिस्सा कच्चा ही छोड़ दिया। ऐसे में इतने हिस्से तक सड़क की हालत काफी खस्ता है। सड़क मार्ग पर जगह जगह पर गड्डे पड़े हैं। जिस कारण वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं उबड़ खाबड़ सड़क की वजह गाड़ियों को भी नुकसान हो रहा हैं। इस सड़क मार्ग से पांच पंचायतों शाहोट, मैंडी, थाच थर्मी, डबरोट व खदरा की जनता लाभान्वित होती है। स्थानीय जनता कई बार छूटी हुई सड़क को पक्का करने की मांग कर चुकी है, लेकिन हैरानी की बात है कि लोगों की कोई सुनवाई नहीं हुई है। ऐसे में स्थानीय जनता में भारी रोष है।
ममलेश्वर महादेव युवक मंडल थनाली के प्रधान युवराज राज ठाकुर का कहना है कि विभाग से कई बार सड़क के छूटे हुए हिस्से को पक्का करने का आग्रह किया जा चुका है। इस बारे में लिखित तौर पर भी स्थानीय लोगों ने अधिशाषी अभियंता को ज्ञापन सौंपा है, लेकिन अभी तक सड़क को पक्का नहीं किया गया है। उनका कहना है कि अगर अब भी कोई उचित कार्रवाई नहीं होती है तो स्थानीय जनता धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होगी।
लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता अरविंद कुमार भारद्वाज का कहना है कि सड़क की टारिंग के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए 1.30 करोड़ का टेंडर लगाया गया है। जो 12 मई को खुलेगा। उन्होंने कहा की जरूरी औपचारिकताएं पूरी होते ही दो चरणों में टारिंग का कार्य शुरू किया जाएगा।