शिमला। हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल एवं डीजल की आपूर्ति के विषय में प्रकाशित समाचार रिपोर्ट की स्थिति की समीक्षा के लिए निदेशक, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले के.सी. चमन ने सरकारी तेल विपणन कम्पनियों और डीलरों तथा सभी हितधारकों के साथ आज यहां बैठक की।
बैठक में तेल कम्पनियों के अधिकारियों ने अवगत करवाया कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों के भारी संख्या में आगमन और पड़ोसी राज्य से हिमाचल प्रदेश में वैट कम होने के कारण सीमावर्ती जिलों में जून माह में पेट्रोल और डीजल की खपत में भारी वृद्धि हुई है।
सभी तेल विपणन कम्पनियों के प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया कि इस संबंध में उपयुक्त कार्यवाही पहले ही आरम्भ कर दी गई है और शीघ्र ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।
इंडियन ऑयल ने पुष्टि की कि उनकी ओर से पेट्रोल या डीजल की कोई कमी नहीं है और प्रदेश में पेट्रोल और डीजल की राशनिंग नहीं की जा रही है।
बैठक में सभी तेल कम्पनियों को निर्देश दिए गए कि वे प्रतिदिन स्टॉक की समीक्षा करें तथा ऐसे स्थानों पर जहां एक ही पेट्रोल पम्प है, को प्राथमिकता पर तेल उपलब्ध करवाएं। साथ ही उन्हें यह भी निर्देश दिए गए कि वे प्रतिदिन पेट्रोल व डीजल की आपूर्ति की रिपोर्ट निदेशक खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति के साथ साझा करें।
तेल कम्पनी के अधिकारियों द्वारा अवगत करवाया गया कि उनके द्वारा तेल की आपूर्ति सुचारू रूप से करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं तथा प्रदेश में पेट्रोल और डीजल की कोई कमी आने नहीं दी जाएगी। उन्होंने ग्राहकों से पेट्रोल और डीजल की अनावश्यक खरीद व भण्डारण न करने का आग्रह किया।