करसोग। करसोग में परिवहन निगम की लापरवाही आम जनता पर भारी पड़ रही है। पिछले कई दिनों से शिमला-माहुंनाग रूट पर बस भेजने में की जा रही मनमर्जी से आम जनता परेशान जो गई है। यहां शनिवार को भी शिमला से माहुंनाग रूट पर बस नहीं भेजी गई। यही नहीं इस रूट पर 11 अगस्त को भी बस नहीं भेजी गई थी। जिस वजह से लोग अन्य रूटों पर चल रही बसों में सफर करने को मजबूर है। शिमला से माहुंनाग रूट पर दिन के समय ये एक मात्र बस सुविधा है। ऐसे में बस रूट ड्रॉप होने से लोगों को करसोग को भेजी जाने वाली अन्य बसों में सफर करना पड़ता है। जिसके बाद लोगों को चुराग या धरमौड़ में बस स्टॉप पर उतरने के बाद टेक्सी करके माहुंनाग पहुंचना पड़ता है। यही नहीं शिमला-माहुंनाग बस सेवा वाया बगशाड़ होकर चलाई जा रही है। इस तरह माहुंनाग को बस न भेजे जाने से उप तहसील बगशाड़ सहित आसपास के दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाली जनता को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि माहुंनाग एक प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटन स्थल है। यहां पर माहुंनाग देवता का मंदिर है। बाहरी राज्य सहित अन्य जिलों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु रोजाना देवता के दर्शनों के लिए आते हैं। जिससे शिमला-माहुंनाग रूट पर बस न भेजे जाने से श्रद्धालुओं को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में लोगों ने परिवहन निगम से शिमला-माहुंनाग रूट पर नियमित तौर पर बस चलाए जाने की मांग की है। ताकि आम जनता को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
करसोग डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक पीयूष शर्मा का कहना है कि भूस्खलन की वजह से सड़कें बंद हो गई थी। जिससे शिमला को सरचा बस नहीं भेजी जा सकी। इस कारण शिमला-माहुंनाग रूट बस नही भेजी जा सकी। उन्होंने कहा कि अब सड़क मार्ग खुलने से बस नियमित तौर पर चलती रहेगी।