25 करोड़ रुपये के क्रिटिकल केयर ब्लॉक और 42 करोड़ रुपये के एडवांस डायग्नोस्टिक सेंटर की आधारशिला भी रखी
शिमला। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज शिमला के निकट चमियाणा में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना-3 के तहत 262 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित अटल अति विशिष्ट (सुपर स्पेशियलिटी) आयुर्विज्ञान संस्थान का उद्घाटन किया। इस अवसर उन्होंने 25 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले क्रिटिकल केयर ब्लॉक और 42 करोड़ रुपये की लागत केे एडवांस डायग्नोस्टिक सेंटर की आधारशिला भी रखी।
इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों को उच्च गुणवत्ता वाली अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत किया गया है। उन्होंने कहा कि अटल सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा संस्थान लोगों को विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करेगा और इस संस्थान का श्रेय तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और वर्तमान में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को भी जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अक्तूबर को बिलासपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का लोकार्पण करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऊना में 450 करोड़ रुपये की लागत से पीजीआई सैटेलाइट सेंटर भी स्थापित किया जा रहा है। इसके अलावा केंद्र सरकार ने नेरचौक, नाहन, चंबा और हमीरपुर में मेडिकल कॉलेज स्थापित किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में इस समय छह सरकारी मेडिकल कॉलेज और निजी क्षेत्र में भी एक मेडिकल कालेज संचालित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य राज्य की मौजूदा स्वास्थ्य अधोसरंचना को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि इस संस्थान में 10 सुपर स्पेशलाइज्ड विभाग, जिनमें 50 आईसीयू और केन्द्रीकृत ऑक्सीजन आपूर्ति वाले 283 साधारण बिस्तर की सुविधा हैं।
उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में नौ ऑपरेशन थियेटर, दो कैथ लैब और सिटी स्कैन की सुविधा भी उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि इस संस्थान में ओपन हार्ट सर्जरी, एंजियोप्लास्टी, टी.ए.वी.आई, बी.एम.यू. आई.वी.यू.एस. तथा 4-डी अल्ट्रासाउंड की सुविधा होगी। इसके अलावा अस्पताल में डायलिसिस सहित नेफ्रोलॉजी सेवाओं के अलावा न्यूरोसर्जरी, किडनी प्रत्यारोपण और यूरोलॉजी प्रोसिजर्स की सुविधा होगी, जिसमें लेप्रोस्कोपिक सर्जरी और लिथोट्रिप्सी शामिल हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि इस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में जीआई एंडोस्कोपी, कॉलोनोस्कोपी, न्यूरोलॉजी सेवाएं, ई.ई.जी., ईएमजी और स्ट्रोक थेरेपी जैसी महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जिस एडवांस्ड डायग्नोस्टिक सेंटर का शिलान्यास किया गया, उससे स्वास्थ्य सुविधाए और अधिक सुुदृढ़ हांेगी। उन्होंने कहा कि इसके अन्तर्गत सभी अति विशिष्ट विभागों में उन्नत डायग्नोस्टिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के अन्तर्गत भविष्य में कोविड महामारी जैसी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को और सुदृढ़ करने के लिए 350 करोड़ रुपये की लागत से 14 क्रिटिकल केयर ब्लॉक स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक क्रिटिकल केयर ब्लॉक के निर्माण पर पर 25 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में प्लास्टिक सर्जरी की भी सुविधा होगी और इस चिकित्सा संस्थान के लिए लगभग 300 पद सृजित किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अस्पताल परिसर में एक पौधा भी रोपित किया।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के कार्यकाल के दौरान 1860 डॉक्टरों की भर्ती की गई है और चिकित्सकों के 500 पदों को भरने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंद लोगों के इलाज के लिए मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष योजना चलाई जा रही है। उन्होेंने कहा कि इस अवधि में 48 ऑक्सीजन प्लांट और 1000 से अधिक वेंटिलेटर उपलब्ध करवाए गए हैं। इसके अतिरिक्त राज्य में ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की क्षमता 11000 से अधिक है। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को जाता है, जिन्होंने लोगों को उनके घर द्वार पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा सुनिश्चित की है।
इस अवसर पर अटल सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के प्रधानाचार्य डॉ. रजनीश पठानिया ने मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, पूर्व विधायक रूप दास कश्यप, राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर, प्रधान सचिव स्वास्थ्य सुभासीष पन्डा, आईजीएमसी की प्रधानाचार्या डॉ. सीता ठाकुर, भाजपा जिलाध्यक्ष रवि मेहता, भाजपा नेता विजय ज्योति सेन, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन ढली टनल के कार्य का भी निरीक्षण किया और निष्पादन एजेंसियों को कार्य समयबद्ध पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने 1.26 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली कार पार्किंग और ढली के समीप सामुदायिक केन्द्र का शिलान्यास भी किया।