करसोग। हिमाचल में जिला मंडी के तहत करसोग 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाएगा। इसी कड़ी में राष्ट्रीय बालिका सप्ताह कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए एसडीएम करसोग सुरेंद्र ठाकुर ने ब्लाॅक कार्य दल के सभी सदस्यों को बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ की शपथ भी दिलाई, लेकिन सुखद पहलू ये है कि करसोग की धरती के लिए बेटी ही रत्न है। यहां लिंगानुपात राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक है। आंकड़े बताते हैं किवर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक करसोग में प्रति हजार लड़कों पर लिंगानुपात 983 है, वहीं राष्ट्रीय स्तर ये अनुपात 919 है। हिमाचल में हिमाचल प्रदेश में (प्रति एक हजार लड़कों पर) शिशु लिंगानुपात 909 है। वहीं वर्तमान मंडी जिला में शिशु लिंगानुपात 939 है।
बेटी के जन्म पर मनाया जाता है उत्सव:
करसोग में शिशु लिंगानुपात राष्ट्रीय स्तर से यूं ही बेहतर नहीं हुआ है। यहां बेटी के जन्म में उत्सव मनाया जाता है। ये जिम्मा खुद ग्रामीण महिलाओं ने संभाला है। बेटी के जन्म पर किसी मां बाप मुंह ना लटके और घर में मायूसी न छाए। इसके लिए महिलाएं बधाई गीत गाती हैं। यही नहीं महिलाएं बेटी के जन्म वाले घर पर जाकर खुशियां मनाती है और परिवार को गुडिया और अन्य उपहार दिए जाते हैं। इसके अतिरिक्त अब बेटी के जन्मदिन पर पौधरोपण भी किया जाता है। भंधल गांव के संजय ठाकुर बेटी रुद्राक्षी ठाकुर के जन्मदिन पर हर साल पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित करते हैं। बेटी के जन्मदिन पर उत्सव मनाया जाता है। इस मौके पर घर पर खीर सहित कई तरह के पकवान तैयार कर गांव के सभी बच्चों को भोजन भी करवाया जाता है। ऐसे में संजय ठाकुर का परिवार अब तक 40 से अधिक पौधे लगा चुका है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी करसोग विपाशा भाटिया ने बताया कि 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाएगा। इसकी कड़ी में सप्ताह भर चलने वाले अभियान के अन्तर्गत प्रतिदिन विभिन्न स्थानों पर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएगी, जिनमें मुख्य रूप से महिला ग्राम सभा, स्कूलों में स्लोगन व भाषण प्रतियोगिताएं और पंचायत स्तर पर विभिन्न जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएगी।