शिमला। माननीय केंद्रीय विद्युत एवं नवीन तथा नवीकरणीय मंत्री, आर.के.सिंह ने एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा को जल, विद्युत एवं नवीकरणीय क्षेत्र के विकास में सर्वोत्कृष्ट योगदान के लिए प्रतिष्ठित सीबीआईपी इंडिविजुअल अवार्ड तथा जलविद्युत क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ निष्पादनकर्त्ता इकाई अवार्ड से सम्मानित किया। यह अवार्ड सीबीआईपी द्वारा आज नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह के दौरान प्रदान किया गया।
नन्द लाल शर्मा को जल, विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के विकास में सर्वोत्कृष्ट योगदान के लिए सीबीआईपी इंडिविजुअल अवार्ड से सम्मानित किया गया है। श्री शर्मा के दूरदर्शी नेतृत्व में एसजेवीएन चौंतीस वर्ष पूर्व अपनी स्थापना से अब तक का उच्चतम क्षमतागत वृद्धि हासिल करने का साक्षी रहा है। श्री शर्मा के निरंतर प्रयासों द्वारा लंबे समय से प्रतीक्षित 210 मेगावाट लूहरी स्टेज-I, 66 मेगावाट धौलासिद्ध, 382 मेगावाट सुन्नी डैम जल विद्युत परियोजनाओं तथा 1385 मेगावाट के सौर परियोजनाओं को निर्माण में लाया गया है। प्रशासन और विद्युत क्षेत्र में उनके अनुभव और विशेषज्ञता ने वर्ष 2023-24 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट की स्थापित क्षमता के साझा विजन का गठन, नवीकरणीय परियोजनाओं को विकसित करने के लिए एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड की स्थापना, श्रेणी-। पावर ट्रेडिंग लाइसेंस प्राप्त करना, वित्तीय वर्ष 2022-23 में किसी भी वित्तीय वर्ष में उच्चतम संचयी परियोजनाएं अवार्ड करना, एक-बेसिन-एक-डेवलपर के आधार पर एकीकृत नदी बेसिन विकास दृष्टिकोण पर एसजेवीएन को नई परियोजनाओं का आबंटन, कैपेक्स व्यय की अभूतपूर्व वृद्धि आदि कई उपलब्धियों को हासिल किया है।
एक अन्य श्रेणी में, एसजेवीएन को अपने विद्युत स्टेशनों यथा हिमाचाल प्रदेश में 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन और 412 मेगावाट रामपुर जलविद्युत स्टेशन के लिए जलविद्युत क्षेत्र में सीबीआईपी सर्वश्रेष्ठ निष्पादनकर्त्ता इकाई के अवार्ड से सम्मानित किया गया है। रामपुर जलविद्युत स्टेशन को भारत के सबसे बड़े जलविद्युत स्टेशन नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन के साथ टेंडम में सफलतापूर्वक प्रचालित किया जा रहा है, जो स्वचालन और परिमाण के तौर पर अपनी तरह का पहला पावर स्टेशन है।
नन्द लाल शर्मा ने इस बात से अवगत कराया कि दोनों पावर स्टेशनों ने, प्रचालन के प्रथम वर्ष से ही सर्वोत्कृष्ट निष्पादन किया है। गत तीन वर्षों के दौरान, 8490 मि.यू. की संचित डिजाइन एनर्जी की तुलना में वार्षिक विद्युत उत्पादन 9000 मि.यू. से अधिक रहा। इस अवधि के दौरान, दोनों विद्युत स्टेशनों का औसत संयंत्र उपलब्धता फैक्टर 105% पर उद्योग क्षेत्र में सर्वाधिक रहा।
एसजेवीएन, विद्युत मंत्रालय भारत सरकार के अंतर्गत एक अग्रणी सीपीएसई है, जिसके पास लगभग 46,879 मेगावाट का परियोजनागत पोर्टफोलियो है और अखिल भारत और नेपाल में 74 परियोजनाएं निष्पादित कर रहा है।