शिमला। हिमाचल प्रदेश में भाजपा को हाल ही में विधानसभा चुनाव में मिली हार के सदमें से अभी पूरी तरह उभरी भी नहीं है कि अब नगर निगम चुनाव में मिलने वाली दूसरी हार का डर सताने लगा है। विधानसभा चुनाव में मिली हार का खामियाजा पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप को पद से इस्तीफा देकर चुकाना पड़ा। यह बात कांग्रेस पार्टी के राज्य प्रवक्ता जीएस तोमर ने कही । उन्होंने कहा कि को शिमला नगर निगम चुनावों में भी हार का मुहँ देखना पड़ेगा। एमसी चुनावों के बीच भाजपा पार्टी अध्यक्ष का इस्तीफा आना कहीँ न कहीं भाजपा के लिए अच्छे संकेत नहीं है।
हालांकि भाजपा ने औपचारिक तौर पर अध्यक्ष के इस्तीफे की घोषणा नहीं कि है लेकिन समाचार पत्रों में छपी खबरों की मानें तो प्रदेश भाजपा संघठन के शीर्ष स्तर पर बदलाव के संकेत साफ नजर आ रहे है।
प्रदेशाध्यक्ष पद से इस्तीफे की खबरों के बाद अचानक कश्यप का स्वास्थ्य बिगड़ने की खबरों ने भी सियासी पारा चढ़ा दिया है।
जीएस तोमर ने सुरेश कश्यप के जल्द स्वस्थ होने की कामना करती है। उन्होंने कहा कि कि चुनाव से ठीक पहले उनके इस्तीफे पर सवाल खड़ा करती है कि क्या विधानसभा चुनाव की हार का खामियाजा कश्यप को पद से इस्तीफा देकर चुकाना पड़ रहा है क्या भाजपा नेतृत्व परिवर्तन कर जीत के सपने देख रही है ये तो आने वाला वक़्त और भाजपा के फैसले तय करेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा की घटती लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक साल के अंदर भाजपा दो चुनाव लगातार हारी। जिनमें लोकसभा और विधानसभा के उप-चुनाव के अलावा विधानसभा चुनाव शामिल है। प्रदेश में कांग्रेस पार्टी और पार्टी की नीतियों पर लोगों का बढ़ता भरोसा इसी बात का उदाहरण है कि दो चुनाव जितने के बाद अब तीसरा चुनाव नगर निगम का जीतने जा रही है।
जीएस तोमर ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की लगातार जीत से बौखलाहाई भाजपा अब हार का ठीकरा पार्टी नेतृत्व पर फोड़ती दिखाई दे रही है जबकि हार का कारण पूर्व सरकार की सभी क्षेत्रों में विफल रहना है। प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सूक्खु के हाल ही में लिए फैसले भी नगर निगम चुनाव में शानदार जीत दर्ज करवाएंगे।
उन्होंने कहा कि शिमला की जनता ने सरकार के साथ चलने का मन बना लिया है जिसकी जितिजागति मिसाल अभी एमसी चुनाव में मिलने वाली शानदार जीत से होगा।