करसोग। प्रदेश में बाहरी राज्य से लौटे व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण फैलने से प्रशासन और अधिक अलर्ट हो गया है। करसोग में लोग कोरोना की चपेट में न आ सके, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने करसोग के विभिन्न क्षेत्रों में कोरोना जांच के लिए 40 लोगों के सैंपल लिए।
ये सभी लोग हाल ही में बाहरी राज्यों से वापस लौटे हैं। जिन्हें निगरानी के लिए इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन सेंटरों में रखा गया है। इन व्यक्तियों के भरे गए सैंपलों की रिपोर्ट शनिवार को आएगी। उपमंडल में कर्फ्यू की वजह से बाहरी राज्यों में फंसे लोग सरकार की अनुमति से वापस लौट रहे हैं।
बाहरी राज्य के रेड जोन से लौटने वाले सभी लोगों को अब इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन सेंटरों में निगरानी के लिए रखा जा रहा है। ये लोग दिल्ली सहित महाराष्ट्र, गोवा, चंडीगढ़, गुजरात आदि राज्य से वापस आये हैं। इन लोगों को अब प्रशासन ने अपनी निगरानी में रखा गया। सभी क्वारेंटाइन सेंटरों के बाहर पुलिस तैनात की गई है। ताकि ये लोग तय समयावधि से पहले घर न जा सके और परिवार को कोई सदस्य भी इनसे मिलने न आ सके।
इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन सेंटरों में रखे गए सभी लोगों के लिए सरकार की ओर से खाने व पीने की पूरी व्यवस्था की गई है। इन लोगों को क्वारेंटाइन सेंटरों से बाहर निकलने की भी अनुमति नहीं है। या लोग 14 दिन की समयावधि पूरा करने के बाद घर जा सकेंगे। बीएमओ करसोग डॉ. राकेश प्रताप का कहना है कि इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन सेंटरों में रखे करीब 40 लोगों के कोरोना की जांच के लिए सैंपल भरे गए। इसकी रिपोर्ट शनिवार तक आ जाएगी।