नोफल एक उम्मीद’ ने कैंसर पीड़ित  मरीजो ओर उनके तीमारदारों को दिखाई द केरला स्टोरी फिल्म

 

शिमला। नोफल एक उम्मीद संस्था केंसर पीड़ित मरीजों के लिए सहारा बनी हुई है। बता दें आईजीएमसी के केंसर अस्पताल में उपचाराधीन कई मरीजो का इलाज  ओर दवाइयां खरीदने में संस्था पिछले काफी समय से मदद कर रही है। वही अब आईजीएमसी कैंसर अस्पताल शिमला में रह रहे मरीजों उनके तीमारदारों और, नर्सिंग कॉलेज की छात्राएं, तथा अन्य लोगो को द केरला स्टोरी फिल्म दिखाई गई। इस फिल्म को दिखाने का मकसद था  कि देश में लडकियां और लड़के किस प्रकार धर्म परिवर्तन का शिकार बन रहे है तथा उनकी सोच को उजागर करना।इस फिल्म का पूरा खर्चा संस्था के संचालक सरदार गुरमीत सिंह द्वारा दिया है। इसलिए संस्था की पूरी टीम सरदार गुरमीत सिंह का धन्यवाद करते है कि समाज में चल रहे इस धर्म परिवर्तन के विषय को उजागर करने का आपने सराहनीय कदम उठाया है ।बता दें कि संस्था के साथ हजारों लोग जुड़े हुए हैं जो अपनी कमाई का दसवां हिस्सा देते हैं.जिससे गरीब लोगों और ज़रूरत मंदों की सहायता की जाती है।

आगजनी से प्रभावित परिवारों की कर रही सेवा

पिछले 6 सालों से नोफल संस्था आगजनी की घटना से प्रभावित परिवारों की निरंतर सेवा कर रही है।संस्था की ओर से अभी तक कई दर्जन लोगों की सहायता कर चुका है।वहीँ संस्था कई गरीब परिवारों के बच्चों की पढ़ाई का भी पूरा खर्चा उठाती है।

बच्चों की पढ़ाई का खर्चा भी उठाती है संस्था

जिन बच्चो के घर मे कोई कमाने वाला नही होता संस्था गरीब बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्चा भी उठा रही है।वहीं गरीब महिलाओं को सिलाई मशीनें उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद की जाती है।इसके अलावा शहर में जो बुजुर्ग लोग अपने बच्चों से अलग रह रहे है उन लोगों को भी जरूरी सामान, दवाईयां व खाना दिया जा रहा है। संस्थान द्वारा इनकी निरंतर देखरेख की जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *