करसोग। करसोग में भारी बरसात से प्रभावित का विधायक दीपराज ने दौरा किया। इस दौरान विधायक ने तत्तापानी सहित सतलुज नदी के साथ लगते क्षेत्रों में जाकर जायजा लिया। उपमंडल में हुई भारी बारिश सबसे अधिक तबाही सतलुज नदी के साथ लगते क्षेत्रों में मचाई है। यहां लोगों के घरों में पानी भरने के साथ खेतों में फसल तबाह हो गई है। ऐसे में दीपराज ने नेशनल थर्मल पॉवर कार्पोरेशन लिमिटेड (एनटीपीसी) कोलडैम प्रशासन को तुरंत प्रभाव से प्रभावितों को सहायता प्रदान करने की अपील की है। उन्होंने चेताया है कि अगर प्रभावित परिवारों की सुध नहीं ली गई तो जनता को साथ लेकर एनटीपीसी के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी कोलडैम के अंतर्गत कई गांव आते हैं, ऐसे में स्थानीय लोगों की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पुख्ता प्रबंध किए जाने चाहिए थे, लेकिन कोलडैम प्रशासन ने जनता की मांगों की अनदेखी की है। इसका खमियाजा आज क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
इन क्षेत्रों में लिया नुकसान का जायजा:
विधायक दीपराज ने बरसात से प्रभावित पंचायत तत्तापानी, थली और शाकरा का निरीक्षण कर नुकसान का जायजा लिया। इस दौरान वे प्रभावित परिवारों से भी मिले। सतलुज में आई बाढ़ से शाकरा चाबा का पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। इस तरह से शिमला और मंडी जिला की सीमा पर बसे क्षेत्रों का आपस में संपर्क कट गया है।इसके साथ ही शाकरा के लिए सतलुज नदी पर बनी सिंचाई परियोजना भी काफी नुकसान पहुंचा है। वहीं कई मार्ग टूटे हैं, बिजली, पानी की आपूर्ति प्रभावित होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
प्रभावितों ने विधायक को सुनाया दुखड़ा:
प्रभावितों ने विधायक से मुलाकात कर अवगत करवाया कि एनटीपीसी कोलडैम की परिधि क्षेत्र के अंतर्गत काफी घर आते हैं। ऐसे में इस प्रोजेक्ट की ओर से स्थानीय जनता को सुविधाएं उपलब्ध करवानी चाहिए थी, लेकिन उनकी जायज मांगों को भी अनदेखा किया जा रहा है। यही कारण है कि भारी बारिश के कारण उन्हें दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। स्थिति यह है कि बरसात का पानी उनके घरों में घुस रहा है। लोगों ने कहा कि यदि समय रहते स्थाई समाधान नहीं निकाला गया तो परिणाम गंभीर होंगे। जिस पर विधायक दीपराज एनटीपीसी प्रशासन को जल्द सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर व प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ केंद्र सरकार के समक्ष बरसात से प्रभावित क्षेत्र तत्तापानी व आसपास के स्थानों में हुए नुकसान की भरपाई के लिए विशेष बजट जारी करने की मांग उठाएंगे।