हिम सुरक्षा अभियान के तहत सोलन में 518 टीमें गठित

सोलन । स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुर्वेद मन्त्री डाॅ. राजीव सैजल ने कहा कि वर्तमान में कोविड-19 महामारी से बचाव का एकमात्र उपाय सावधानी है। उन्होंने सभी से आग्रह किया है कि कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना न भूलें, सोशल डिस्टेन्सिग नियम का पालन करें और अपने हाथों को स्वच्छ रखें। डाॅ. सैजल आज यहां सोलन जिला के लिए हिम सुरक्षा अभियान का शुभारम्भ करने के उपरान्त उपस्थित जिला प्रशासन, चिकित्सकों, आशा कार्यकर्ताओं एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने इस अवसर पर सभी को शपथ भी दिलाई और आग्रह किया कि शपथ का स्वयं भी पालन करें और अन्य को भी इस दिशा में जागरूक बनाएं। उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को सुरक्षा किट भी वितरित की।

डाॅ. सैजल ने कहा कि आज से 27 दिसम्बर, 2020 तक कार्यान्वित किए जाने वाले हिम सुरक्षा अभियान का उद्देश्य कोरोना संक्रमण के साथ-साथ तपेदिक, कुष्ठ रोग, मधुमेह एवं रक्तचाप जैसी बीमारियों का पता लगाना है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मन्त्री ने उपायुक्त सोलन को निर्देश दिए कि हिम सुरक्षा अभियान को उचित तरीके से कार्यान्वित किया जाए ताकि सोलन जिला के जन-जन तक अभियान के तहत टीमें पहुंचे। उन्हांेने कहा कि जिला में कार्यरत विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों को अभियान के साथ जोड़ा जाए ताकि कोई भी अभियान की पहुंच से बाहर न रहे। प्रदेश सरकार का उद्देश्य सभी को स्वस्थ रखना है ताकि देश एवं राज्य के विकास में सभी नागरिकों की सहभागिता सुनिश्चित हो सके।

डाॅ. सैजल ने कहा कि प्रदेश में नवम्बर माह में कोविड-19 रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है। प्रदेश सरकार इस वृद्धि को न्यून करने एवं कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी की दवा अथवा टीका न आने तक सावधानी ही बचाव का एकमात्र उपाय है। हिम सुरक्षा अभियान के तहत लोगों को कोविड-19 से बचने के लिए अपनाई जाने वाली सावधानियों के बारे में भी जागरूक किया जाएगा।
आयुर्वेद मन्त्री ने कहा कि लोगों को यह समझना होगा कि सावधानी अपनाकर न केवल अपना अपितु अपने परिवार का बचाव भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अभी भी लोग सही प्रकार से मास्क पहनने एवं सोशल डिस्टेन्सिग के नियम का पालन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि इन नियमों का पूर्ण पालन सुनिश्चित बनाएं।
डाॅ. सैजल ने कहा कि प्रदेश में इस अभियान को सफल बनाने के लिए आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद विभाग के कार्यकर्ताओं की 8000 टीमें गठित की गई हैं। प्रत्येक टीम को प्रतिदिन के अनुरूप लक्ष्य प्रदान किए गए हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डाॅ. राजन उप्पल ने अभियान की जानकारी देते हुए कहा कि सोलन जिला की लगभग 7 लाख 68 हजार की जनसंख्या तक पहुंच सुनिश्चित बनाने के लिए 518 टीमें गठित की गई हैं। उन्होंने कहा कि सोलन जिला में अभी तक कोविड-19 जांच के तहत लगभग 50 हजार परीक्षण किए गए हैं। जिला में कोविड-19 पाॅजिटिव दर 9.1 प्रतिशत, जबकि मृत्युदर 1.06 प्रतिशत है। जिला में कोविड-19 से ग्रसित रोगियों के ठीक होने का प्रतिशत 83 है।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मुक्ता रस्तोगी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
प्रदेश खादी बोर्ड के उपाध्यक्ष पुरूषोत्तम गुलेरिया, विधानसभा चुनावों में सोलन से भाजपा के उम्मीदवार रहे डाॅ. राजेश कश्यप, बघाट बैंक के अध्यक्ष पवन गुप्ता, दुग्ध पशु सुधार सभा समिति सोलन के अध्यक्ष रविन्द्र परिहार, जिला परिषद सदस्य शीला, उपायुक्त सोलन केसी चमन, पुलिस अधीक्षक सोलन अभिषेक यादव, ग्राम पंचायत शामती के प्रधान संजीव सूद, जिला भाजपा महामंत्री भरत साहनी, भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष रोहित भारद्वाज, क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. एनके गुप्ता, भाजपा तथा भाजयुमो के अन्य पदाधिकारी, गणमान्य व्यक्ति तथा आशा कार्यकर्ता इस अवसर पर उपस्थित थीं।

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