मंडी। जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने मंडी में हिम सुरक्षा अभियान का शुभारंभ किया । यह अभियान 25 नवम्बर से 27 दिसम्बर, 2020 तक जिलाभर में चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत कोरोना के लक्षणों वाले मरीजों का पता लगाने के साथ साथ टीबी, कुष्ठ, मधुमेह और रक्तचाप जैसी बीमारियों के लक्षणों के बारे में भी सूचना एकत्रित की जाएगी।
इस मौके उन्होंने उपायुक्त कार्यालय परिसर से हिम सुरक्षा अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग के जागरूकता वाहन को भी हरी झंडी दिखाई और कोरोना से बचाव व सावधानियों को लेकर जन जागरूकता के लिए बनाए मंडयाली गीत को रिलीज किया । इस गीत को सुप्रसिद्ध पहाड़ी गायिका व कवयित्री कृष्णा ठाकुर ने लिखा और गाया है। गीत की धुन राजन मंजू ने तैयार की है।
अभियान को सफल बनाने में दें सहयोग
इस अवसर पर अपने संबोधन में महेंद्र सिंह ठाकुर ने जिलावासियों से हिम सुरक्षा अभियान को सफल बनाने में सहयोग का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि देश में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और हिमाचल में मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर कोविड-19 महामारी से लोगों के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने कोविड-19 महामारी के प्रति लोगांे को जागरूक करने के उद्देश्य से ‘हिम सुरक्षा’ अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत प्रदेश में घर-घर जाकर न केवल कोरोना के लक्षण वाले मरीजों का पता लगाया जाएगा, बल्कि अन्य बीमारियों से ग्रस्त रोगियों को भी सूचीबद्ध किया जाएगा।
70 लाख लोगों तक पहंुचेंगी 8 हजार टीमें
उन्होंने बताया कि इस अभियान में प्रदेश में स्वास्थ्य, आयुर्वेद, महिला एवं बाल विकास, पंचायती राज विभाग, जिला प्रशासन और स्वयंसेवी संस्थाओं को शामिल कर लगभग 8 हजार टीम बनाई गई हैं, जो घर-घर जाकर सूचना एकत्रित करंेगी। ये टीमें अभियान में प्रदेश के सभी लोगों, करीब 70 लाख की आबदी, तक पहुंचेंगी।
उन्होंने लोगों से स्वास्थ्य कर्मियों को सहयोग देने और बीमारियों और स्वास्थ्य मापदण्डों के बारे में उचित जानकारी प्रदान करने का आग्रह किया।
जिला में 1255 टीमें
उन्होंने कहा कि मंडी जिला में 1255 टीमें बनाई गई हैं, जो लोगों के स्वास्थ्य मापदण्डों के बारे मंे घर-घर जाकर सूचना एकत्रित करना सुनिश्चित करंेगी।
कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने को लगाए कुछ अंकुश
महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के प्रसार के बढ़ते खतरे को रोकने के लिए कुछ अंकुश लगाए हैं। जनता द्वारा बरती जा रही लापरवाही और विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजनों ने संक्रमण के प्रसार का खतरा बढ़ा दिया है।
ऐसे में सरकार ने खुले स्थानों पर सभी सामाजिक, राजनीतिक व सांस्कृतिक समारोहों में सामाजिक नियमों के साथ केवल 200 लोगों के शामिल होने का निर्णय लिया है। इसके अलावा शिमला, मंडी, कांगड़ा और कुल्लू जिलों में 24 नवम्बर से 15 दिसम्बर, 2020 तक रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक कफ्यू लगाने का निर्णय लिया गया है।यह निर्णय सामाजिक कार्यक्रमों जैसे विवाह आदि में बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने से रोकने के लिए लिया गया है।
इसके अलावा प्रदेश सरकार ने तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के सरकारी कर्मचारियों की कार्यालयों में उपस्थिति को 50 प्रतिशत करने का निर्णय लिया है।
उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि पहले से बीमारियों से ग्रसित लोगों व बुजुर्गों के कोरोना संक्रमित होने पर उन्हें अस्पताल में दाखिल करवाएं, ताकि उन्हें समय पर उचित उपचार मिल सके। इसके अतिरिक्त अन्य कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए होम आइसोलेशन अधिक उपयुक्त है।
उन्होंने कहा कि मास्क लगाना, बार-बार हाथ धोना और 2 गज की दूरी जैसे सामान्य स्वास्थ्य उपायों को आदत में शामिल कर कोरोना संक्रमण से बचाव संभव है।
इस मौके उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने जल शक्ति मंत्री का स्वागत करते हुए जिला में कोरोना की स्थिति और इसके प्रबंधन के लिए उठाए कदमों की जानकारी दी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेंद्र शर्मा ने जिला में हिम सुरक्षा अभियान के कार्यान्वयन को लेकर बनाई रणनीति से अवगत करवाया। उन्होंने कोरोना नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में भी जानकारी दी।
इस अवसर पर नगर परिषद मंडी की अध्यक्ष सुमन ठाकुर व पार्षदगण, नेरचौक अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जीवानंद चौहान, भाजपा मंडल अध्यक्ष मनीष कपूर, स्वास्थ्य विभाग से डॉ. अरिंदम रॉय सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।