शिमला। कोरोना समर्पित अस्पताल रिपन में मरीजों की सुरक्षा के लिए वार्ड के बाहर फेंसिग लगवाई जा रही है। प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर यह फैसला लिया है। सितंबर में एक कोरोना संक्रमित महिला ने वार्ड के बाहर फंदा लगाकर जान दे दी थी।हादसे से सबक लेते हुए अस्पताल प्रशासन ने फेंसिग लगवाने का फैसला लिया है।अस्पताल में खिड़कियाें और खुली जगहाें को बंद किया जाएगा। इसमें सभी खिड़कियाें और खुली जगह में ग्रील लगाई जाएगी।रिपन के एमएस डा. रमेश चौहान का कहना है कि कोरोना वार्डो के साथ लगते दायरे में फेंसिंग लगवाने का काम शुरू किया गया है। मरीज वार्डो से बाहर न जा सकें या कोई अनुचित घटना न घटे इसलिए लोहे की फेंसिग लगवाई जा रही है। इससे जहां भविष्य में काेई अनहाेनी घटना हाेने का डर नहीं रहेगा, वहीं बंदर भी खिड़कियाें से वार्डाें में नहीं आ सकेंगे। इसके लिए काम शुरू कर दिया गया है। जल्द ही पूरे परिसर में ग्रीलें लगा दी जाएंगी। उसके बाद यहां पर मरीज काफी सुरक्षित हाे जाएंगे।
डीडीयू अस्पताल काे काेविड केयर सेंटर बनाया गया है। यहां पर शिमला और किन्नाैर के मरीजाें काे रखा जाता है। इसके अलावा साेलन और सिरमाैर के गंभीर मरीजाें काे भी यहीं पर रेफर किया जा रहा है। इसके अलावा वीआईपी काे भी यहीं पर रखा जा रहा है। आईजीएमसी से भी यहीं पर कई मरीजाें काे भेजा जाता है। बता दें कि इन दिनाें सभी बैड पर पेशेंट हैं। ऐसे में यहां पर भविष्य में किसी भी अनहाेनी घटना से बचने के लिए प्रशासन सतर्क हाे गया है।