शिमला। जयराम सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सैजल ने आज आईजीएमसी का दौरा किया और पीपीई कित पहनकर आईजीएमसी के चार कोविड वार्डो में एक-एक मरीज के साथ स्वयं बातचीत की और उनका मनोबल बढ़ाया।
राजीव सैजल ने भारत में एक उदाहरण पेश किया है जब वह स्वयं कोविड के मरीज़ों से मिले है।
उन्होंने मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए बताया कि सरकार और चिकित्सा विभाग की तैयारियां उत्तम है जिस प्रकार से अस्पताल में काम चल रहा है वह अपने आप में संपूर्ण है। उन्हें बताया कि सभी चिकित्सक, नर्स, सफाई कर्मचारी लगन के साथ इस संकट काल के समय कार्य कर रहे हैं और इस कार्य के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने सभी को शुभकामनाएं भी दी।
उन्होंने बताया कि इस निरीक्षण मैं मरीजों से बातचीत करके पता लगा कि मरीजों को अस्पताल की ओर से कोई भी कमी नहीं है और वह अस्पताल के कर्मियों के लिए सकारात्मक बातें कर रहे हैं उन्हें बताया कि अस्पताल में मरीजों को खाना भी गरमा गरम मिल रहा है और प्रबंधन में किसी भी प्रकार की कमी नहीं है उन ने बताया कि एक मरीज मैं उनसे बातचीत करके बताया कि रात को 12:00 बजे भी सफाई कर्मचारी इन वार्डो की सफाई करते हैं और मरीजों की सेवा भी करते हैं।
उन्होंने सीमा पर सैनिक और कोविड वार्ड में कार्यरत चिकित्सक नर्स एवं सफाई कर्मचारियों की तुलना करते हुए कहा कि सीमा पर गोली और अस्पताल में कोविड-19 से लड़ना एक समान है।
उन्होंने बताया कि सभी कोरोना युद्ध इस मुश्किल घड़ी में अपने काम से पीछे नहीं हट रहे हैं सभी 7- 8 घंटे के लिए जब तक ड्यूटी देते हैं तब तक वह पीटीईटी पसीना पसीना हो जाते हैं पानी खाना भी नहीं खा पाते हैं और शौचालय भी नहीं जा पाते हैं। सच में यह कार्य सराहनीय है।
उन्होंने बताया कि 27 दिसंबर को जब सरकार के 3 साल पूरे होंगे तो ऐसे योद्धाओं को सम्मानित भी किया जाएगा उन्हें बताया कि जिला स्तर पर सभी मंत्री कोविड-19 की परिस्थितियों पर नजर रखे हुए हैं और प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक ही चिंता होती है कि जनता को कोरोना से किस प्रकार से बचाया जाए।
उन्होंने बताया कि विपक्षी दल केवल आलोचना कर रहा है ऐसे लोगों को स्वयं अस्पतालों में आना चाहिए और यहां व्यवस्थाओं को अच्छे से देखना चाहिए कि किस प्रकार से सभी बेहतरीन काम कर रहे हैं, विपक्ष को अच्छे कार्य की आलोचना नहीं प्रशंसा करनी चाहिए और करोना योद्धा एवं मरीजों का मनोबल बढ़ाना चाहिए।
इस दौरे में आईजीएमसी के मेडिकल सुपरिटेंडेंट जनक राज मंत्री के साथ उपस्थित रहे।