केंद्र सरकार वापस लें तीनों, कृषि क़ानून – मोनिता चौहान

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शिमला। प्रदेश कोंग्रेस मीडिया पैनेलिस्ट मोनिता चौहान ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुये कहा की देश की सबसे पुरानी और मज़बूत पार्टी कोंग्रेस आज अन्नदाताओं के साथ है जबकि अम्बानी अडानी को फ़ायदा पहुँचाने वाली भाजपा किसानों के प्रदर्शन को विपक्षी दलों का षड्यंत्र बता रही है जबकि इसके विपरीत सच्चाई ये है कि देश की जनता को अब भाजपा के असल चेहरे का पता लग गया है और भारतीय जुमला पार्टी का असली चेहरा लोगों के सामने आ गया है । मोनिता ने कहा की जो भी आज भाजपा की दमनकारी नीतियों के ख़िलाफ़ अपनी आवाज़ उठाते हैं उन्हें या देशद्रोही कहा जाता है या फिर उन्हें ख़ालिस्तान और Isis से जोड़ा जाता है जो बीजेपी की घटिया मानसिकता को दर्शाता है मोनिता ने केंद्र की भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुये कहा की मोदी सरकार इन काले क़ानूनों को लाकर अपने कुछ  चुनिंदा। पूँजीपतियों को फ़ायदा पहुँचाना चाहती है और किसानों की माँगों को नज़रअन्दाज़ कर उनको पूँजीपतियों का ग़ुलाम बनाना चाहती है ताकि उनके तय दामों पर वो अपनी फसल बेच सकें। मोदी सरकार किसानों की आय दोगुना करने की बजाये उनकी कमर तोड़ने में लगी है जबकि किसान अपने प्रदर्शन के माध्यम से यह माँग कर रहा है कि सरकार ये काले क़ानून वापसी लें। केंद्र सरकार के इस रवैये से साफ़ होता है की भाजपा अन्नदाताओं के साथ नहीं बल्कि उन चुनिंदा पूँजीपतियों के साथ है जहाँ से उन्हें चंदा आता है। उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार को चेताया की यदि यही स्थिति रही तो आने वाले समय में पूरे देश के किसान सड़कों पर उतरकर केंद्र की भाजपा सरकार के ख़िलाफ़ मोर्चा खोलेंगे वहीं उन्होंने इन तीनों क़ानूनों को केंद्र सरकार से वापसी लेने की माँग की है।

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