DDU अस्पताल शिमला को जनवरी में मिलेगा अपना ऑक्सीजन प्लांट

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शिमला। राजधानी के काेविड केयर सेंटर डीडीयू अस्पताल में अब काेराेना मरीजाें काे ऑक्सीजन की कमी नहीं खलेगी, उन्हें जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन मिल सकेगी। सरकार के आदेशाें के बाद अब डीडीयू अस्पताल प्रशासन इसी माह में अपना ऑक्सीजन प्लांट लगवाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए प्रशासन ने जमीन तलाश कर ली है। डीडीयू की ओपन पार्किंग में यह ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा।इसके लिए बिजली का ट्रांसफॉर्मर लगाया जाना है, जिसे लगाने के लिए भी बिजली बोर्ड के अधिकारियों से साइट विजिट कर लिया है। दावा किया जा रहा है कि इस माह के अंत तक यहां पर ट्रांसफॉर्मर लगा दिया जाएगा, जिसके बाद यहां पर ऑक्सीजन प्लांट फिट किया जाएगा।

जनवरी माह से यह ऑक्सीजन प्लांट शुरू कर दिया जाएगा। इससे पहले अस्पताल प्रशासन के पास अपना ऑक्सीजन प्लांट ना हाेने के कारण उन्हें या ताे मंडी से ऑक्सीजन मंगवानी पड़ रही है या फिर आईजीएमसी से, जिसमें कई बार देरी हाे जाती है।

काेराेना मरीजाें काे रहती है ऑक्सीजन की जरूरत

डीडीयू अस्पताल को कोविड मरीजों के लिए रिजर्व किया गया है, यहां पर केवल कोविड मरीजों का ही उपचार हो रहा है। ऐसे में रोजाना यहां पर हजारों लीटर ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है, लेकिन हिमाचल में ऑक्सीजन केवल मंडी जिला और आईजीएमसी में तैयार होती है।ऐसे में कोविड के मरीजों को ऑक्सीजन की कमी न हो इसकेे लिए केंद्र सरकार की ओर से ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। डीडीयू में ओपन पार्किंग में ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाना है। इन मशीनों के लिए 5 मीटर से ज्यादा ऊंचाई की जरूरत होती है और करीब 17 फीट स्पेस की जरूरत भी रहती है।

ऐसे में अस्पताल प्रशासन ने ओपन पार्किंग काे चुना है। अब ऑक्सीजन प्लांट को लगाने के लिए प्रशासन की ओर से ये जगह फाइनल कर ली गई है। जल्द ही यहां पर मशीनों को लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। जिससे डीडीयू को किसी के सहारे नहीं रहना पड़ेगा।

रोजाना लग रहे दो बड़े ट्रक

डीडीयू अस्पताल में रोजाना ऑक्सीजन सिलेंडर के दो बड़े ट्रक लग रहे हैं। ट्रक मंडी के लिए भेजे जाते हैं। 5 से 6 घंटे का समय सिलेंडरों को भरने में लगता है। जिसके बाद ये वापस आते हैं। डीडीयू में वर्तमान में 80 के करीब कोविड के मरीज भर्ती हैं। इनमें से केवल 69 ही ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं, जबकि 5 को रूम एयर पर रखा गया है।ऐसे में प्लांट लगने से मरीजों काे काफी सुविधा मिलेगी। अस्पताल परिसर में जो ऑक्सीजन प्लांट तैयार होना है, वहां पर एक मिनट में 300 लीटर ऑक्सीजन तैयार की जाएगी। इसके लिए 200 किलोवाट बिजली की जरूरत पड़ेगी। जिसके लिए ट्रांसफॉर्मर लगाना जरूरी है।

कई बार आ चुकी है दिक्कतें

डीडीयू अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म हाेने के बाद मरीजाें काे कई बार दिक्कतें आ चुकी हैं। बीते माह भी एक मरीज काे काफी समय तक ऑक्सीजन के बिना रहना पड़ा था। प्रशासन ने अाईजीएमसी से फाैरन ऑक्सीजन की सप्लाई मंगवाकर मरीज की जान बचाई थी। काेविड मरीजाें काे ऑक्सीजन की जरूरत काफी ज्यादा रहती है।ऐसे में यहां पर रिस्क नहीं लिया जा सकता। लिहाजा अब प्रशासन यहां पर जल्द से जल्द ऑक्सीजन प्लांट लगवाने के लिए कवायद कर रहा है।

डीडीयू की ओपन पार्किंग में ऑक्सीजन प्लांट लगाने काे लेकर जगह का चयन किया गया है। यहां पर एक ट्रांसफॉर्मर लगाया जाना है, जिसके लिए बिजली बोर्ड के अधिकारियों ने भी साइट विजिट कर प्रपोजल तैयार किया है।जल्द ही ट्रांसफॉर्मर काे फिट करने का कार्य शुरू किया जाएगा। काेशिश की जा रही है कि जनवरी माह से यहां पर ऑक्सीजन प्लांट काे शुरू कर दिया जाए। डाॅ. रमेश चौहान, एमएस, डीडीयू अस्पताल शिमला

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