शिमला। हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघ ने कहा है कि प्रदेश में जिस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी की सरकार सभी वर्गों का ख्याल रख रही है इससे निजी बस ऑपरेटर को भी उम्मीद है कि उनकी बहुप्रतीक्षित मांग एसआरटी एवं टोकन टैक्स में माफी तथा वर्किंग कैपिटल शीघ्र लागू की शीघ्र घोषणा कर दी जाएगी। यहां पर जारी एक बयान में हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश पराशर एवं महासचिव रमेश कमल ने कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर प्रदेश के सभी वर्गो की समस्याओ से भली भांति परिचित है तथा सरकार की दूरगामी सोच से प्रदेश में नए आयाम स्थापित हो रहे है और सभी वर्गो का विकास हो रहा है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के निजी बस ऑपरेटर कंगाली के द्वार पर दस्तक दे रहे हैं तथा हर तरह से कर्जे में डूब रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने किराए में वृद्धि करके निजी बस ऑपरेटर को संजीवनी प्रदान की है तथा किराया वृद्धि के कारण ही हिमाचल प्रदेश के निजी बस ऑपरेटर अपनी बसें चलाने में सक्षम हुए है, लेकिन सवारिया न मिलने के कारण तथा बढ़ती महंगाई के कारण हिमाचल प्रदेश के निजी बस ऑपरेटर अपनी बसे नहीं चला पा रहे हैं तथा बैंक की किस्त इत्यादि निकालने में भी नाकाम हो रहे हैं। इसलिए यह जरूरी है कि हिमाचल प्रदेश में टैक्स माफ करें तथा जो वर्किंग कैपिटल की मांग हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघ ने सरकार से की थी उस पर कैबिनेट की बैठक में चर्चा भी हो चुकी है लेकिन उस पर अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया है।
कोरोना काल के कारण हिमाचल प्रदेश में अधिकतर निजी बसें अभी खड़ी है कुछ बसों की पासिंग एवं रुट परमिट भी समाप्त हो गए हैं तथा वर्किंग कैपिटल की घोषणा न होने के कारण अपनी बसों की ना ही पासिंग करवा पा रहे हैं और ना ही इन्शुरन्स करवा पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के निजी बस ऑपरेटरो को उम्मीद है कि सरकार प्रदेश के निजी बस ऑपरेटरो के लिए दीवाली पर कुछ न कुछ सौगात अवश्य देगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सभी वर्गों का ध्यान रख रही है और सभी वर्गों को कुछ ना कुछ सहयोग कर रही है और हिमाचल प्रदेश के निजी बस ऑपरेटरों का किराए में वृद्धि करके सरकार ने बहुत बड़ा सहयोग किया है जिसके लिए हिमाचल प्रदेश के निजी बस ऑपरेटर सरकार का धन्यवाद करते हैं।
उन्होंने कहा कि पंजाब एक संपन्न राज्य है तथा वहां पर भी बसों का काम खुल भी गया है तथा सवारिया भी बसों में अधिक मात्रा में देखी जा रही है और पंजाब सरकार ने निजी बस ऑपरेटर का एसआरटी एवं टोकन टैक्स 31 दिसंबर तक माफ कर दिया है और हिमाचल प्रदेश बसों में सवारिया भी उपलब्ध नहीं हो रही है तथा पहाड़ी राज्य होने के कारण बसों को चलाने में भी पंजाब की तुलना में अधिक खर्चा होता है। इसलिए उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि बस ऑपरेटरों का एसआरटी एवं टोकन टैक्स करोना काल के खत्म होने की अधिकारिक घोषणा तक माफ़ करे तथा वर्किंग कैपिटल की अधिसूचना शीघ्र जारी करे।