शिमला। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने आज हिमाचल प्रदेश सचिवालय से जीवनधारा-श्रवण वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय, शिमला के माध्यम से शुरू किया गया यह वाहन श्रवण संबंधी समस्या की शुरुआती जांच और स्क्रीनिंग सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा कि लगभग 70 लाख रुपये का यह वाहन अत्याधुनिक उपकरण जैसे ऑडियो मीटर, ऑटो एकोस्टिक ऐमिशन तथा बैरा इत्यादि से लैस है। इस वाहन में वाहन चालक सहित दो तकनीशियन और एक डाटा एंट्री ऑपरेटर भी उपलब्ध करवाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि यह वाहन प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य खण्डों व अस्पतालों में भेजा जाएगा जहां श्रवण संबंधी समस्या से ग्रसित मरीजों की जांच की जाएगी। इस वाहन में लगे उपकरण के माध्यम से मरीजों की जांच कर उन्हें हियरिंग एड ऑपरेशन और उपचार के लिए उपयुक्त संस्थानों में भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस वाहन के माध्यम से बुजुर्गों में सुनने की मशीन व बच्चों में ऑपरेशन तथा कॉक्लियर इम्प्लांट लगाने में भी सहायता मिलेगी।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री निरोग योजना के अन्तर्गत 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों के कानों की वार्षिक जांच का प्रावधान है। राज्य सरकार प्रदेशवासियों को उनके घर-द्वार के निकट बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में अनेक महत्वकांक्षी कदम उठाए गए हैं।
इस अवसर पर प्रधान सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सुभासीष पन्डा ने स्वास्थ्य मंत्री का स्वागत किया।
इस अवसर पर राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश चंद धवाला, एनएचएम के मिशन निदेशक हेम राज बैरवा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की निदेशक डॉ. अनीता महाजन, राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. गोपाल चौहान और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।