शिमला। राजधानी में आज प्राइवेट मिनी बस चालक एवं परिचालक संघ केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के समर्थन में लोकल रूटों पर बसों का संचालन नहीं करेगा।चालक एवं परिचालक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विकास राणा, शिमला प्राइवेट मिनी बस चालक एवं परिचालक संघ के अध्यक्ष रूपलाल ठाकुर और महासचिव अखिल गुप्ता ने बताया कि चालक परिचालकों की मांगों को लेकर केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के समर्थन में बसों का संचालन करने का निर्णय लिया है। मुख्य मांग प्राइवेट बसों के स्टाफ को परिवहन विभाग अथवा लेबर कमिश्नर की ओर से आईकार्ड जारी करने की है।इसके अलावा भविष्य में होने वाली एचआरटीसी की भर्ती में निजी बसों के चालक, परिचालकों को अनुभव के आधार पर प्राथमिकता देने की भी मांग है।
चालक-परिचालकों का वेतन फिक्स कर सीधे बैंक अकाउंट में आना चाहिए। पीएफ की सुविधा भी मिलनी चाहिए। प्राइवेट बसों में लॉग बुक अनिवार्य की जानी चाहिए। चालक-परिचालकों को साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था हो और महीने की चार छुट्टियां मिले। 8 घंटों के काम के बाद डबल ओवरटाइम के हिसाब से वेतन का भुगतान हो जो गाड़ियां हेड क्वार्टर से बाहर जाएं उनके स्टाफ को रात्रि भत्ता दिया जाए। यदि कोई मालिक बस बेचता है तो उसका 10 फीसदी चालक परिचालक को दिया जाए।
बिना स्टाफ के नहीं चला सकेंगे बसें : सुनील
शिमला निजी बस ऑपरेटर यूनियन के महासचिव सुनील चौहान ने बताया कि हड़ताल से हमारा कोई लेना देना नहीं है, लेकिन जब स्टाफ नहीं होगा तो हम भी बसों का संचालन नहीं कर पाएंगे।