शिमला। केंद्र सरकार के नए कृषि कानून के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने आज रिज मैदान स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के आगे मोन रखा व उसके बाद राजभवन तक मार्च पास किया।इस कानून के विरोध में कांग्रेस ने एक ज्ञापन राज्यपाल को सौंपा, जिसमें इस कानून को रद्द करने की मांग की गई हैं।कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा है कि कांग्रेस देश मे किसानों के हक की लड़ाई लड़ेगी।उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा कृषि पर बनाए गए नए कानूनों को काला कानून बताते हुए कहा है कि कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है। कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पहले देश की अर्थव्यवस्था को चोपट किया और अब किसानों पर एक ऐसा कानून थोप दिया जिसमें वह कुछ बड़े और सरमायेदारों और विचोलियो के हाथों की कठपुतली बन कर रह जायेगा।किसानों को जब उनकी फसल का कोई उचित दाम नही मिलेगा तो वह मजबूरी में अपनी फसल उन धना सेठों,विचोलियो को बेचने में मजबूर हो जाएगा,क्योंकि उसके पास अपनी फसल रखने के न तो पर्याप्त भण्डार ही है और न ही वह इसे ज्यादा दिंनो तक अपने पास सुरक्षित रख सकता है।
राठौर ने कहा है कि किसानों को आत्मनिर्भर का सम्पना दिखाने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को पूरी तरह बड़ी कम्पनियों व विचोलियो के हाथों गिरवी रखने का अधिकार धना सेठो को दे दिया है।
राठौर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भी आदानी ने बागवानों से अपनी लूट मचा रखी है।उन्होंने कहा कि बागवानों को सही दाम नही मिल रहे है।उन्होंने कहा कि सरकार ने इन्हें भी बागवानों को लूटने की खुली छूट दे रखी है।
राठौर ने कहा है कि केंद्र सरकार का कृषि उत्पाद को एम एस पी से बाहर करने का यह पहला कदम है।उन्होंने कहा कि इस कानून से देश का किसान फिर से सरमायेदारों,विचोलियो का गुलाम बन जायेगा।उन्होंने कहा कि देश का यह बहुत ही बड़ा दुर्भाग्य है कि केंद्र सरकार ने देश को आज अपने जनविरोधी नीतियों, निर्णयों से लोगों की कमर तोड़ दी है।एक तरफ कोरोना का कहर और दूसरी तरफ केंद्र सरकार के मनमाने निर्णयों से देश आज भारी मंदी की मार सह रहा है।
राठौर ने कहा कि देश मे बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई व गिरती जीडीपी से साफ है कि देश घोर आर्थिक संकट से गुजर रहा है और भाजपा देश मे अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकने में लगी है।
आज के इस धरना प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के अतिरिक्त पूर्व विधायक आदर्श सूद,महिला कांग्रेस अध्यक्ष जैनब चंदेल,संजय अवस्थी, जितेंद्र चौधरी,हरिकृष्ण हिमराल, आनंद कौशल, दिवाकर, राकेश चौहान,यशपाल तनाईक, बलदेव ठाकुर,वेद प्रकाश ठाकुर,धर्मेंद्र,सोहन लाल,राम कृष्ण शांडिल,नरेंद्र कवंर,श्रीकांत,राजेश वर्मा,राहुल मेहरा, आत्माराम, इंद्र जीत सिंह,विक्रम ठाकुर,सुशांत कपरेट,वांस्टू,सतपाल,सेनराम नेगी,राजेंद्र वर्मा,अनिता तेज,शशि बहल, शशि ठाकुर,वनीता वर्मा,किरण डांटा,कमलेश वर्मा,पुष्पा शोभटा,जसपाल व हिमांशु अन्यों के इलावा शामिल थे।