करसोग। कोरोना कर्फ्यू को हल्के से लेना अब लोगों को महंगा पड़ने लगा है। करसोग में शनिवार को डीएसपी की अगुवाई में पुलिस की टीम ने कई बाजारों में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान बस स्टैंड में दुल्हन को घर ला रहे दूल्हे की गाड़ी सहित पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर कुल 8 चालान काटे, जिसमें 6 लोगों ने मौके पर ही चालान का भुगतान भी कर दिया।
इन बाजारों का किया औचक निरीक्षण
कोरोना कर्फ्यू के दूसरे दिन पुलिस की टीम करसोग बाजार सहित बस स्टैंड, सनाररली, चिंडी व चुराग बाजार में औचक निरीक्षण पर पहुंची। इस दौरान प्राइवेट गाड़ियों में 50 फीसदी क्षमता से अधिक सवारियां बैठाने के जुर्म में विभिन्न जगहों पर 7 चालान काटे गए। वहीं, चुराग बाजार में 1 महिला का चालान मास्क न पहनने के जुर्म में काटा गया।
कोरोना कर्फ्यू में नियमों की अवहेलना पर पुलिस ने सभी का एक-एक हजार का चालान काटा। इसके बाद भी अगर कोई सुधार नहीं हुआ तो नियम तोड़ने के जुर्म में लोगों से भारी भरकम जुर्माना वसूला जाएगा। पुलिस के कर्फ्यू के दूसरे दिन कुल 8 हजार के चालान काटे, जिसमें पुलिस को मौके पर ही 6 हजार का भुगतान किया गया। प्रशासन ने कोरोना कर्फ्यू से पहले ही नियम न तोड़ने को लेकर चेतावनी दे दी थी। कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रशासन लोगों से सहयोग की भी अपील कर रहा है, लेकिन इसके बाद भी कई लोग आदेशों को हल्के में ले रहे हैं। ऐसे में अब लापरवाही लोगों पर कानून का डंडा चलना शुरू हो गया है।
चुराग में दिखा अधिक असर
पंचायत की सख्ती के बाद कोरोना कर्फ्यू का चुराग बाजार में सबसे अधिक असर देखने को मिला। यहां बाजार में बहुत कम लोग नजर आए। एक महिला को छोड़कर सभी ने सही तरह से मास्क लगाए थे। चुराग पंचायत ने पहले ही अपने स्तर पर नियम न मानने वालों पर जुर्माना लगाने का ऐलान कर दिया था, जिसका असर बाजार में देखने को भी मिला। मास्क न पहनने व उचित शारीरिक दूरी न रखने पर पंचायत अपने स्तर पर 100 से 500 रुपये का जुर्माना लगा रही है। बाहरी राज्य से आने वाले लोगों से भी आरटीपीसीआर की नेगटिव रिपोर्ट मांगी जा रही है। पंचायत की इस सख्ती का असर चुराग बाजार में दिखने लगा है।
नियमों की अवहेलना करने पर काटे कुल 8 चालान
डीएसपी गीतांजलि ठाकुर ने बताया कि नियमों की अवहेलना करने पर कुल 8 चालान काटे गए। उन्होंने कहा कि चुराग पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने अच्छा एग्जांपल सेट कर रहे हैं। इन लोगों ने खुद भी सख्ती दिखाई है और लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे प्रेरणा लेकर अन्य पंचायतों को भी इस तरह की पहल करनी चाहिए।